अमेठी। अमेठी की युवा पीढ़ी जिले को राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने की दिशा में काम करे। यहां का नौजवान मेरी तरह संसद का हिस्सा बने। यह बातें रविवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने जिला युवा उत्सव 2023 के वर्चुअल शुभारंभ के दौरान कहीं।
वह नेहरु युवा केंद्र संगठन युवा कार्यक्रम व खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संयुक्त रूप से मनीषी महिला महाविद्यालय में आयोजित जिला युवा उत्सव को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि आपकी सांसद आपके नए संसद भवन से होकर आई है। यह संसद देश के विकास का प्रतीक है। कहा कि यह उत्सव शहरी इलाकों या कुछ विशिष्ट क्षेत्रों तक सीमित न रहे। हर गांव- हर घर तक यह कार्यक्रम पहुंचे। उन्होंने मेधावियों को बधाई दी। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश कुमार अग्रहरि, पं. जगदम्बा प्रसाद मनीषी, सीडीओ सान्या छाबड़ा, एनवाईके उप निदेशक डॉ. आराधना राज उपस्थित रहे।
इनसेट
बेटियां अमेठी का गौरव
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अमेठी के इतिहास में पद्म पुरस्कार एक साधारण घर की बेटी को खेल में उत्कृष्ट योगदान के लिए मिला। सभी बेटियों से कहा कि आप अमेठी का गौरव हैं, अपनी प्रतिभा के माध्यम से समाज में एक अनूठी छाप छोड़ें।
इंडिया 2047 थीम पर सजा उत्सव
मनीषी महिला महाविद्यालय में युवा उत्सव इंडिया 2047 थीम पर सजा। इस दौरान युवाओं ने जिला स्तरीय विभिन प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। युवा चित्रकारी प्रतियोगिता, युवा कविता/लेखक प्रतियोगिता, फोटोग्राफी प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता और सामूहिक सांस्कृतिक लोकनृत्य प्रमुख रहे। प्रतिभागियों की प्रस्तुति ने उत्सव में लोगों का मन मोह लिया।
मन की पेटिका, मिलेट्स उत्पाद बने आकर्षण का केंद्र
महाविद्यालय परिसर में विभिन्न विभागों के स्टॉलों की प्रदर्शनी का लोगों ने जायजा लिया। इसमें जिला सूचना, जिला खेल कार्यालय, बाल विकास एवं पुष्टाहार , कौशल विकास, बेसिक शिक्षा, कृषि, खादी व ग्रामोद्योग, महिला स्वयं सहायता समूह, युवा कल्याण व प्रादेशिक विकास दल विभाग ने अपने स्टॉल सजाए। इसमें मन की पेटिका, जोड़ मशीन, मिलेट्स व अन्य उत्पाद आकर्षण का केंद्र रहे। ।
मैं तो अभी 91 वर्ष का युवा
मनीषी महिला महाविद्यालय के संस्थापक पं जगदंबा प्रसाद त्रिपाठी मनीषी ने कहा कि भारत युवाओं का देश है। इसलिए मैं खुद को वृद्ध नहीं मानता हूं। मैं 91 वर्ष का युवा हूं। युवाओं को स्वास्थ्य, संस्कार, सेवाभाव व आत्मनिर्भर के मूल्यों केे आत्मसात करना होगा। जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश अग्रहरि ने कहा कि जहां सामाजिक सांस्कृतिक विरासत बनी रहती है, वही देश तरक्की करता है।
बच्चा-बच्चा यहां गर्व से जय-जय राणा कहता है…अभिजित त्रिपाठी ने पूरब में कम्बोज देश तक केसरिया ध्वज लहराया था, सेल्यूकस से दम्भी का हमने ही शीश झुकाया था..बच्चा-बच्चा यहाँ गर्व से, जय-जय राणा कहता है… रक्त हठी हम्मीर देव का, रग-रग में अपनी बहता है सुनाकर खूब वाहवाही लूटी।
कार्यक्रम और सांसद से ली प्रेरणा
हम सभी युवा प्रतिबद्ध होकर राष्ट्र निर्माण और प्रगति के लिए प्रयत्न करेेंगे। हम युवा शक्ति की मेधा और प्रतिभा के बल पर गुलामी की सोच से मुक्त होकर, जन-जन में अपनी विरासत पर गर्व का भाव जागृत करेंगे और विकसित भारत का निर्माण करेंगे।