
गोल्डन कार्ड देतीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी
जगदीशपुर (अमेठी)। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को गांधी परिवार पर सीधा हमला बोला। राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के बयान पर कहा कि लोकतंत्र में सभी का अधिकार है, वो कहीं से भी लड़े। अमेठी में गांधी परिवार ने हमेशा मोदी व योगी की सरकार विरोध किया है।
मोदी-याेगी राज में अमेठी लोकसभा क्षेत्र साढ़े सात लाख लोगों को मुफ्त का अनाज मिलता है, क्या गांधी परिवार को लगता है कि अमेठी का गरीब परिवार मुफ्त का अनाज छोड़ देगा, सिर्फ इसलिए कि गांधी परिवार पनप सके। उन्होंने शुक्रवार को जगदीशपुर स्थित ट्रॉमा सेंटर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि जब इन्होंने अमेठी छोड़ा, तब दक्षिण में जाकर अमेठी के नागरिकों के बारे में अभद्र टिप्पणी की। कहा कि अमेठी के लोगों का विवेक मर चुका है, जो लोग वोटर को राक्षस कहते हैं। कहा कि अमेठी की जनता अपने आत्मसम्मान से कभी समझौता नहीं करेगी।
एक सवाल के जवाब में कहा कि वह अपनी पार्टी के मालिक है और मैं अपनी पार्टी की कार्यकर्ता। कहा कि भागने का इतिहास उनका रहा है मेरा नहीं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश का चुनाव नये संकल्पों का चुनाव है। चंद्रयान की सफलता को देखा है। एक सवाल के जवाब में सांसद ने कहा कि वर्ष 2014 में पहला चुनाव लड़ा था। उस वक्त हालात यह थे कि हम 60 फीसद बूथों पर बस्ता तक नहीं बांट पा रहे थे। उस वक्त सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने एक इंटरव्यू में कहा था कि सोनिया गांधी ने उनसे कहा था कि एक लाख वोट बेटे के लिए ट्रांसफर कर दें।
उस चुनाव में एक लाख सात हजार का अंतर आया था। इसका मतलब है कि अगर उस वक्त मुलायम सिंह यादव मदद नहीं करते तो राहुल गांधी से सिर्फ सात हजार मतों का अंतर हमारा था। 2019 के चुनाव में जनता ने हमारी सेवा को स्वीकार किया।
कहा कि आज जिला पंचायत से लेकर हर क्षेत्र में पार्टी मजबूत है। केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि विधानसभा चुनाव में पांच में से चार में कांग्रेस की जमानत तक जब्त हो गई। कहा कि इतिहास में पहली बार कांग्रेस का सिटिंग अध्यक्ष हारा था, वह भी एक सामान्य से भाजपा कार्यकर्ता से। साथ ही उन्होंने चुनाव को लेकर पार्टी की योजना के बारे में बताया।
