प्रतिबंधित की गईं हैं 14 तरह की दवाएं, कंपनियों को की जाएंगी वापस
10 दवाओं के नमूने जांच के लिए भेजे
खामियां मिलने पर सात दुकानदारों को नोटिस
संवाद न्यूज एजेंसी
अमेठी। खांसी, सांस व अस्थमा से जुड़ी 14 प्रकार की प्रतिबंधित करीब एक करोड़ 50 लाख रुपये की दवाएं कंपनियों को वापस की जाएंगी। सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को ये दवाएं वापस करने की हिदायत दी गई है। वहीं, बुधवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम ने छापा मारकर दस दवाओं के नमूने लिए। इन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है।
दर्द व बुखार के लिए निमेसुलाइड पैरासीटामाॅल डिस्पर्सिबल टैबलेट, कफ वाली खांसी के लिए एमॉक्सीसिलिन, ब्रोम्हेसिन व फोल्कोडिन, सूखी खांसी के लिए प्रोमेथाजिन, सर्दी, जुकाम व खांसी के लिए डेक्सोमेथ्रोफन सहित 14 प्रकार की दवाओं की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। प्रतिबंधित की गई सभी दवाएं तेज बुखार, खासी व सीने में जकड़न व एंटीबायोटिक्स की हैं। आशंका जताई जा रही है कि दवाओं का प्रयोग इलाज की जगह नशे में अधिक हो रहा है।
ड्रग इंस्पेक्टर शीवेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि शासन ने फिक्स डोज कांबिनेशन वाली 14 दवाएं प्रतिबंधित कर दी हैं। सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को कहा गया है कि वे तत्काल इन दवाओं की बिक्री रोक दें। थोक विक्रेताओं को स्टॉक वापस कराने को कहा गया है। इन दवाओं को निर्माता कंपनी को वापस करने का निर्देश दिया गया है।
इनसेट
बाजार में हैं डेढ़ करोड़ की दवाएं
केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अनुज त्रिपाठी का कहना है कि 14 दवाओं की बिक्री पर रोक लगाई गई है। करीब डेढ़ करोड़ की दवाएं बाजार में उपलब्ध हैं। इनकी बिक्री पर रोक लगा दी गई है। निर्माता कंपनी को दवाएं वापस करने के लिए कहा गया है।
मिलीं खामियां, नोटिस जारी
बुधवार को औषधि विभाग के सहायक आयुक्त जीसी श्रीवास्तव के निर्देशन में अयोध्या, रायबरेली, सुलतानपुर व अंबेडकरनगर के औषधि विभाग की टीम ने दवा दुकानों पर छापा मारा। जिला अस्पताल के पास स्थित दवा दुकानों पर प्रतिबंधित दवाओं के बारे में जानकारी की गई। कहीं प्रतिबंधित दवाएं नहीं मिली। वहीं, दस अन्य दवाओं के नमूनों को जांच के लिए लिया गया है। अन्य खामियों पर सात मेडिकल स्टोरों को नोटिस जारी किया गया है। औषधि निरीक्षक शीवेंद्र प्रताप सिंह ने इसकी पुष्टि की है। टीम ने जिला अस्पताल के सीएमएसडी स्टोर में भी दवाओं की जांच की। यहां से तीन दवाओं के नमूने लिए गए हैं।
परहेज करते दिखे डॉक्टर
बुधवार को टीमों की छापामारी के कारण प्रतिबंधित दवाओं को चिकित्सक मरीजों को लिखने से परहेज करते दिखे। मरीजों के कहने के बाद भी डॉक्टरों ने इन दवाओं को नहीं लिखा।