अमेठी। नगर पालिका गौरीगंज के 25 वार्डों के लोगों को भरपूर पानी मिले, इसके लिए राहत भरी खबर है। अमृत योजना के तहत करीब 35 करोड़ से शहर में पांच टकियों का निर्माण होगा। इसके साथ 207 किमी पाइपलाइन बिछाकर घर- घर पानी पहुंचाया जाएगा।

शहर की लगभग 26 हजार आबादी को पानी की दिक्कतों से जूझना नहीं पड़ेगा। इसके लिए कार्य भी प्रारंभ हो चुका है। दो स्थानों पर बोरिंग, अन्य पर स्वाइल टेस्टिंग के साथ ही और कार्य प्रारंभ करा दिए गए हैं। करीब डेढ़ साल में घर घर पानी पहुंचने लगेगा।

जिला मुख्यालय गौरीगंज को 2015 में नगर पालिका का दर्जा मिला था। अब तक यहां के लोग हैंडपंप, कुएं के साथ ही बोतल के पानी पर निर्भर थे। लंबे समय से टंकी के पानी की मांग लोगों द्वारा की जा रही थी। लेकिन, कोई सही कदम नहीं उठाया गया।

अब शहर वासियों को अमृत 2.0 पेयजल परियोजना के तहत शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराए जाने की कवायद शुरू हो गई है। सुभावतपुर, बसायकपुर, बरनाटीकर, हरखपुर, पचेहरी व मिश्रौली वार्ड को छह जोन में बांटा गया है। शहरवासियों को पाइप लाइन के जरिए पानी उपलब्ध कराने के लिए पांच पानी की टंकी बनेंगी, जिसमें एक पानी की टंकी का रीबोर कार्य कराया जाएगा। वहीं छह जोन के दो स्थानों पर बोरिंग का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। जिसमें असैदापुर व सुभावतपुर में बोरिंग का काम शुरू हो गया है। वहीं पचेहरी वार्ड में मिटटी का नमूना लेकर स्वाइल टेस्टिंग के लिए भेज दिया गया है।

आठ नये ट्यूबवेल लगेंगे

उम्मीद जताई जा रही है कि एक माह में सभी चिन्हित स्थानों पर कार्य शुरू प्रारंभ हो जाएगा। जहां आठ नए टयूबवेल भी स्थापित किए जाएंगे ताकि लोगों को पानी के संकट से जूझना न पड़े। एक पुरानी पानी की टंकी के ट्यूबवेल को रीबोर भी कराया जाएगा। इससे 8,500 घरों को कनेक्शन देकर उन्हें शुद्ध पेय जल उपलब्ध कराने की योजना है। टंकियों के निर्माण के लिए कार्यदायी संस्था आगरा की बीके कांस्ट्रक्शन कंपनी जिम्मेदारी सौंपी गई है।

प्रारंभ किया गया बोरिंग का कार्य

उत्तर प्रदेश जल निगम नगरीय डिवीजन सुल्तानपुर के अवर अभियंता मो. आमिर ने बताया कि गौरीगंज नगर पालिका के 25 वार्डों को अमृत 2.0 योजना के तहत पेयजल परियोजना में शामिल किया गया है। दो स्थानों पर बोरिंग के साथ ही पचेहरी में स्वाइल टेस्टिंग जांच के लिए सैंपल भेजा गया है।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *