
मरी मछलियों को निकालते कर्मी
अमेठी। संग्रामपुर मुख्यालय स्थित सिद्ध पीठ कालिकन धाम परिसर सूर्यकुंड सगरा से मरीं मछलियों का मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आया तो अफसर हरकत में आए। स्थानीय लोगों एवं श्रद्धालुओं के आक्रोश के बीच दूसरे दिन रविवार सुबह सूर्यकुंड सगरा से मृत मछलियों को निकालने का कार्य शुरू करते हुए दवा छिड़काव किया गया।तहसील क्षेत्र के ब्लॉक संग्रामपुर मुख्यालय स्थित सिद्ध पीठ कालिकन धाम परिसर में सूर्य कुंड सगरा स्थित है। जिसमें श्रद्धालु दर्शन पूजन के पूर्व स्नान करते हैं। सूर्यकुंड सगरा में भारी संख्या में मछलियां हैं। स्थानीय लोगों के साथ श्रद्धालु मछलियों को दाना डालकर सेवा करते हैं। शनिवार सुबह सूर्य कुंड सगरा में पानी की सतह और सीढि़यों पर भारी संख्या में मृत मछलियां पड़ी दिखाई पड़ी। लोगों ने इसकी सूचना मंदिर प्रशासन को दी। मंदिर प्रशासन एवं पुजारी श्री महराज ने मृत मछलियों की जानकारी एडीओ पंचायत को सूचना दी थी। लेकिन शनिवार को कोई भी सफाईकर्मी मरीं मछलियों को निकालने नहीं पहुंचा। इसके बाद एसडीएम प्रीति तिवारी व अन्य अफसरों के मामला संज्ञान में आने के बाद मत्स्य निरीक्षक अनिरूद्ध वर्मा शनिवार देर शाम मौके पर पहुंचे। सूर्यकुंड सगरा में मत्स्य निरीक्षक ने दवा डलवाई। अफसरों के निर्देश के बाद रविवार सुबह सफाईकर्मी पहुंचे और सूर्यकुंड में मृत मछलियों को निकलना शुरू किया। मृत मछलियों को गड्ढा खोद कर सफाईकर्मियों ने दफन किया। इसके साथ ही सूर्यकुंड सगरा की गंदगी को साफ करने का भी कार्य किया।
ऑक्सीजन की कमी से मर रहीं मछलियां
मत्स्य निरीक्षक अनिरुद्ध वर्मा ने बताया कि सूर्यकुंड में दवा डलवाई गई है। सिर्फ पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलने से मछलियों की मौत हुई है। सूर्यकुंड में क्षमता से अधिक मछलियां हैं। बारिश के मौसम में बदली एवं कुंड में गंदगी के कारण मछलियों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। ऐसे में मछलियों की मौत होना स्वाभाविक है। उन्होंने बताया कि श्रीमहराज से कुंड में मौजूद क्षमता से अधिक मछलियों को निकलवाने एवं पानी बदलवाने के संबंध में कहा गया है।
मृत मछलियों को निकलवाया गया
सूर्य कुंड सगरा में मृत मछलियों को निकलवा दिया गया है। मृत मछलियों को गडढा खोद कर दफनवा दिया गया है। इसके साथ ही साफ सफाई कराई गई है। कहा कि श्रद्धालु एवं स्थानीय लोग मछलियों को चारा खिलाते समय प्लास्टिक व बिस्किट की पन्नी डस्टबिन में डालें जिससे गंदगी न फैले।
हरिशंकर सिंह एडीओ पंचायत संग्रामपुर