
करनगांव में हत्यारोपी के अवैध निर्माण को ढहाता बुलडोजर
राजाफत्तेपुर (अमेठी)। क्षेत्र के करनगांव में बुधवार को समझौता कराने पहुंचे प्रधानपति मो. रिजवान की हत्या के मामले में प्रशासन ने कड़ा रूख अपनाया है। बीते बृहस्पतिवार की सुबह राजस्व और पुलिस की संयुक्त टीम ने गांव पहुंचकर तालाब की भूमि पर किए हत्यारोपी के अवैध निर्माण व खेती पर बुलडोजर चलवा दिया। पोस्टमॉर्टम के बाद प्रधानपति का शव गांव पहुंचते ही ग्रामीणों और परिजनों का आक्रोश बढ़ गया। पूर्व ब्लॉक प्रमुख सहित अन्य ने आरोपियों की गिरफ्तारी और एनएसए के तहत कार्रवाई की मांग को लेकर धरना देना शुरू कर दिया। धरने की सूचना पर प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। मौके पर पहुंचे एसपी के आश्वासन पर धरना समाप्त हुआ। पुलिस ने पूरे मामले में तीन को गिरफ्तार करने का दावा किया है।
इन्हौना थाना क्षेत्र के करनगांव गांव में बीते बुधवार को जहीदुलनिशा और मासूक अली उर्फ राजू के बीच समझौता कराने पहुंचे प्रधानपति मो. रिजवान की हत्या कर दी गई थी। मो. रिजवान के भाई मो उबैद की तहरीर पर माशूक अली उर्फ राजू, मोसिन, साकिर अली, मोसिन व दो महिलाओं के नाम केस दर्ज किया गया है। बृहस्पतिवार सुबह एसडीएम दिग्विजय सिंह, तहसीलदार अभिषेक यादव, नायब तहसीलदार अशोक कुशवाहा, सीओ डॉ अजय सिंह भारी पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे। टीम ने हत्यारोपी मासूक अली उर्फ राजू की ओर से तालाब में निर्मित बाउंड्रीवाल के साथ की गई खेती को जेसीबी से धराशायी कर दिया।
दोपहर बाद शव गांव पहुंचा तो एक बार फिर लोगों का आक्रोश बढ़ गया। पूर्व ब्लॉक प्रमुख कृष्ण कुमार सिंह उर्फ मुन्ना, सिंहपुर ब्लॉक प्रमुख अंकित पासी, पूर्व प्रमुख बहादुरपुर रमेश सिंह, धर्मेश मिश्र, धीरेंद्र सिंह, सूरज सिंह, व कृष्ण कुमार सोनी के साथ परिजन गांव से गुजरने वाले मत्तेपुर-फत्तेपुर संपर्क मार्ग पर धरने पर बैठ गए। अफसरों के समझाने पर बात नहीं बनी तो एसपी डॉ इलामारन जी. फोन पर बात कर 24 घंटे में आरोपियों की गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया। इसके बाद शव को दफनाया गया।
तीन को भेजा जेल
इन्हौना थानाध्यक्ष कंचन सिंह ने बताया कि प्रधानपति की हत्या में नामजद साकिरअली उर्फ गुड्डू, आलिया व रुबीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। मासूक अली उर्फ राजू और मोहसिन की तलाश में टीम दबिश देने में जुटी हुई हैं। गांव में सतर्कता के मद्देनजर पुलिस व पीएसी तैनात है।
घायल रामधनी का चल रहा इलाज
करनगांव में ग्राम प्रधान पति मो. रिजवान के साथ समझौता करने गए रामधनी की भी विपक्षियों ने जमकर पिटाई की थी। गंभीर रूप से घायल रामधनी का लखनऊ के ट्राॅमा सेंटर में इलाज चल रहा है। जहां रामधनी जीवन व मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। घायल रामधनी की पुत्री लक्ष्मी, कांति और अंकिता पिता का उपचार कराने के लिए परेशान होने के साथ गमगीन है। मां की पहले ही मौत हो जाने व पिता के जीवन मौत के बीच संघर्ष करने से पुत्रियों का हाल-बेहाल है।
पता होता तो नहीं जाने देती
मो. रिजवान की मौत के बाद पत्नी ग्राम प्रधान शबनम यही कह कर बार-बार बेहोश हो जा रही थीं। रोते हुए सिर्फ इतना ही बोल रही थी कि पता होता कि अब लौट कर नहीं आएंगे तो कभी समझौता कराने जाने नहीं देती। साहिबा, हरमशा, पिंकी का पिता की मौत रो-रोकर हाल बेहाल है। छह साल का यासीन कुछ समझ ही नहीं पा रहा था। वह सबको एकटक देख रहा था। अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे हर किसी की आंखें नम थी।
राज्यमंत्री के करीबी थे प्रधानपतिमृतक प्रधानपति मो. रिजवान तिलोई विधायक और प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री मंयकेश्वर शरण सिंह के करीबी थे। घटना के तुरंत बाद राज्यमंत्री के करीबी और पूर्व ब्लाॅक प्रमुख कृष्ण कुमार सिंह मुन्ना मौके पर पहुंचे थे। राज्यमंत्री ने अमेठी प्रशासन को आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने करने के निर्देश दिए थे।
तालाब की भूमि पर हुआ था अवैध निर्माण
एसडीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि आरोपी राजू ने तालाब की जमीन पर अवैध कब्जा किया था, जिसे गिरा दिया गया है। इसी जमीन पर अन्य लोगों ने भी निर्माण किया है, उन्हें भी बेदखली का नोटिस दिया गया है।
गांव में शांति व्यवस्था कायम
करनगांव में ग्राम प्रधानपति मो. रिजवान की मौत के बाद सतर्कता के मद्देनजर फोर्स तैनात की गई है। तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। अन्य की तलाश की जा रही है। गांव में शांति व्यवस्था कायम है। डॉ. इलामारन जी-एसपी अमेठी