
गौरीगंज के असैदापुर वार्ड स्थित आश्रय गृह। -संवाद
देवोत्थानी एकादशी के साथ ही जिले में शुरू हुआ सहालग का दौर
बाजार रहे गुलजार, लोगों ने खूब की खरीदारी
संवाद न्यूज एजेंसी
अमेठी। देवोत्थानी एकादशी पर्व के साथ ही जिले में सहालग का सीजन शुरू हो गया है। न सिर्फ खूब धूम धड़ाका होगा, बल्कि बैंडबाजा बजेगा। 16 दिसंबर तक वैवाहिक समेत अन्य कार्यक्रमों को लेकर शुभ मुहूर्त हैं। जिले में करीब 1500 से अधिक वैवाहिक कार्यक्रम के आयोजन होने हैं। सहालग का सीजन शुरू होेन के साथ ही बृहस्पतिवार से बाजार गुलजार हो गए। शादियों के चलते लोग खरीदारी करने में व्यस्त दिखे। कपड़े, ज्वैलर्स, चूड़ियां आदि की दुकानों पर अधिक भीड़ देखी गई। धर्मशाला व गेस्ट हाउस में भी सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार देवोत्थानी एकादशी से पहले भगवान नींद में होते हैं, जिसके चलते शुभ कार्यों पर पूरी तरह से रोक रहती है। कार्तिक माह में पड़ने वाली एकादशी को देवोत्थान एकादशी व देव दिवाली भी कहते हैं। इस दिन से शुभ कार्यों पर लगी रोक हट जाती है और शादी विवाह का सीजन शुरू हो जाता है।
देवोत्थानी एकादशी शुरू होते ही शादी विवाह होना जिले में शुरू हो गए। मैरिज लॉन, कैटर्स, डीजे बैंड बाजा की लोग बुकिंग करा रहे हैं। वैवाहिक कार्यक्रमों के लिए मैरिज से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों की बाजारों कपड़ों, बर्तन, आभूषण, किराना, फर्नीचर समेत अन्य दुकानों पर लोगों की भारी भीड़ दिखाई पड़ रही है। इस दौरान बाजार में भीड़ बढ़ने से दिनभर जगह-जगह जाम की स्थिति बनी रही। चौराहों पर लगी यातायात पुलिस जाम को हटाने में नाकाफी साबित हो रही थी।
इन तिथियों पर रहेगा शुभ मुहूर्त
पंडित मिथिलेश शास्त्री ने बताया कि देवोत्थानी एकादशी पर्व के बाद वैवाहिक व मांगलिक आयोजन शुरू हो गए हैं। कहा कि पांचांग के अनुसार 23 से 29 नवंबर तक छह और तीन से 16 दिसंबर तक वैवाहिक व मांगलिक कार्यों के 13 शुभ मुहूर्त हैं। इसके बाद 16 दिसंबर से 14 जनवरी तक खरमास रहेगा। इस दौरान वैवाहिक व मांगलिक कार्य नहीं होंगे। 16 जनवरी से फिर वैवाहिक व मांगलिक कार्य शुरू होकर 12 मार्च तक चलेंगे। 14 मार्च से 14 अप्रैल तक मीन की संक्रांति दोष (खरमास) रहेगा और मांगलिक कार्य नहीं किए जाएंगे।
एक दिन में दो से अधिक बुकिंग
शहर समेत आसपास के इलाकों में करीब 150 बरातघर हैं। इनमें 85 फीसदी की बुकिंग तीन माह पहले से हो चुकी है, जो बचे थे, वे भी अब बुक हो गए हैं। कई मैरिज लॉन में एक ही दिन में दो-दो आयोजन होंगे। उनके पास ही करीब 12-15 बुकिंग हैं, जबकि 19 दिन वैवाहिक आयोजन के लिए शुभ मुहूर्त बताए जा रहे हैं।
-विजय शुक्ला, मैरिज लॉन संचालक
40 हजार टेंट तो लाइट की शुरुआत 25 हजार रुपये में
वैवाहिक कार्याक्रमों और मांगलिक कार्यों में शहर व ग्रामीण क्षेत्रों के साथ मैरिज लॉन में टेंट, लाइट आदि की आवश्यकता रहती है। इसके साथ ही भी ज्यादातर आयोजन खुले मैदान, धर्मशाला आदि में वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न होते हैं। इसके लिए टेंट, लाइट की बुकिंग होती है। जिले में करीब सैकड़ों टेंट व लाइट कारोबारी हैं, जिनके पास बुकिंग फुल है। टेंट लाइट संचालक सूर्य प्रकाश पांडेय कहते हैं कि टेंट की शुरुआत 40 हजार और लाइट की शुरुआत 25 हजार से हो जाती है। सामान्यत: एक से डेढ़ लाख तक के लगते हैं।
दो-दो कार्यक्रमों में बजाएंगे डीजे
वैवाहिक कार्यक्रमों में बैंड-बाजा, डीजे, बग्घी, रोड लाइट की भारी बुकिंग हैं। 23 नवंबर से लेकर 16 दिसंबर तक की बुकिंग संचालकों की फुल है। कुछ लोग एक दिन में दो-दो बरातों के लिए बुकिंग कर चुके हैं। जो एक के बाद दूसरे आयोजन में पहुंचकर बैंड व डीजे बजाएंगे। जिले में सैकड़ों बैंड-बाजा संचालक हैं, इस लगन की सीजन में कारोबार की अच्छी उम्मीद है। -गोपी, बैंड संचालक
कैटरिंग की बढ़ी मांग
सहालग के सीजन में वैवाहिक व मांगलिक कार्यों की अच्छी बुकिंग मिली है। अब ग्रामीण व शहर में कैटरिंग की मांग बड़े पैमाने पर है। शायद ही कोई कैटरर्स होगा जो खाली हो। एक कैटरर्स दो-दो स्थानों पर अपनी बुकिंग लिए हैं जो कारीगरों को बाहर से बुलाकर आयोजनों को संपन्न कराएंगे। आयोजनों में लोग अपनी जरूरत और डिमांड के मुताबिक खानपान की सामग्री बनवाते हैं। कल्लू कहते हैं कि खाना बनाने और वेटर रखने आदि का लगभग न्यूनतम 20 हजार और अधिकतम एक लाख रुपये लिए जा रहे हैं।