अमेठी। परिषदीय स्कूल में संचालित मध्याह्न भोजन योजना जिम्मेदारों की मनमानी का शिकार हो रही है। प्राथमिक स्कूल त्रिसुंडी में सोमवार को 12 बजे तक बच्चों को भोजन नहीं देने की शिकायत प्रधान प्रतिनिधि ने की। शिकायत के बाद बेसिक शिक्षा विभाग पूरे प्रकरण की जांच करा कार्रवाई करने में जुटा गया है।
सर्व शिक्षा अभियान के तहत छह से 14 वर्ष आयु के बच्चों को शिक्षित करने के लिए परिषदीय स्कूल में निशुल्क पाठ्यपुस्तकों के साथ यूनिफाॅर्म का अनुदान दिया जाता है। तो मध्यान्ह भोजन के तहत बच्चों को मेन्यू के अनुसार दोपहर का भोजन साढ़े दस बजे दिया जाता है। सोमवार को फल भी वितरित किया जाता है। भादर ब्लॉक के कंपोजिट स्कूल त्रिसुंडी में मध्यान्ह भोजन अवधि बीत जाने के बावजूद बच्चों को भोजन नहीं मिला। दोपहर 12 बजे के बाद तक बच्चे खाने का इंतजार करते रहे।
मामला संज्ञान में आने पर प्रधानपति स्कूल पहुंचे। ग्राम प्रधान ऊषा सिंह के प्रतिनिधि विपिन सिंह ने बच्चों से जानकारी ली तो पता चला कि चावल और सब्जी भोजन में मिलनी है। लेकिन अब तक भोजन नहीं मिला है। इतना ही नहीं फल का वितरण नहीं किया गया है। 12 बजे तक बच्चों को भोजन न मिलने की पुष्टि के बाद प्रधानपति ने मामले की शिकायत बेसिक शिक्षा विभाग से करते हुए बच्चों के बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो में स्कूल में प्रधानाध्यापक के अनुपस्थित रहने की भी बात कही है। शिकायत मिलने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा गया। शिकायत के बाद बेसिक शिक्षा विभाग मामले की जांच में जुटा है।
हुई थी कुछ देरी
प्रधानाध्यापिका रेशमा सिंह ने बताया कि सोमवार को मेन्यू के अनुसार मध्याह्न भोजन बना था। बच्चों को फल वितरित किए गए थे। एमडीएम में मेन्यू के अनुसार बच्चों को भोजन भी दिया गया है। सिलिंडर खत्म होने के कारण कुछ विलंब हुआ था।
मिली शिकायत, जांच के बाद होगी कार्रवाई
भादर के कंपोजिट स्कूल त्रिसुंडी में एमडीएम विलंब से वितरित होने की शिकायत प्राप्त हुई है। जिला समन्वयक एमडीएम व बीईओ की टीम गठित कर पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद नियमानुसार विभागीय कार्रवाई की जाएगी। – संजय कुमार तिवारी, बीएसए