
धान की रोपाई करते हुए
गौरीगंज (अमेठी)। जून में पड़ रही भीषण गर्मी के बीच सूखी नहर व अघोषित कटौती से परेशान किसानों को शनिवार की रात बड़ी राहत मिली है। जिले में 50 मिलीमीटर बारिश के बीच नहरों में भी पाना आ गया है। ऐसे में किसान नलकूप व अन्य स्रोतों से खेतों में पानी भराई कर धान रोपाई में जुट गए हैं। इधर, मौसम वैज्ञानिकों ने 28 जून से बारिश की संभावना जताई है। बता दें कि मई में धान की नर्सरी डाल किसान जून में रोपाई काम करते हैं। इस बार जून में पड़ रही भीषण गर्मी व बारिश ने धोखा दे दिया। सूखी नहरों व अघोषित बिजली कटौती ने किसानों के दर्द में भी इजाफा कर दिया। शनिवार की रात कुछ इलाकों में बारिश हुई तो कुछ जगह बूंदाबांदी। तेज हवाओं के बीच बारिश होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली। हालांकि कई इलाकों की बिजली गुल हो गई।
मौसम में नमी, धान की नर्सरी के लिए फायदा
कठौरा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र कठौरा के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. आरके आनंद ने बताया कि 28 जून तक बारिश होने की होने की संभावना है। मौसम में नमी भी आ गई है। ऐसे में तैयार की धान की नर्सरी वाले किसान इस मौके का फायदा उठाते हुए देर से पकने वाली प्रजातियों जैसे एमटीयू 7029, बीपीटी 5204 की रोपाई कर सकते हैं। रोपाई से पूर्व खेत को अच्छी तरह हैरो तथा कल्टीवेटर की सहायता से तैयार कर पाटा लगा लें, जिससे पानी नहीं रुकने की समस्या उत्पन्न नहीं हो।
खेती किसानी ने पकड़ी रफ्तार,धान की रोपाई शुरू
राजा फत्तेपुर। बीते दो दिनों से मौसम में हुए बदलाव के बाद क्षेत्र में खेती किसानी ने रफ्तार पकड़ ली है। जिन किसानों के पास धान की नर्सरी तैयार है। उन्होंने खेतों में धान की रोपाई शुरू कर दी है। मौसम में आई नमी को देखते हुए किसानों ने खेतों में धान की रोपाई शुरू कर दी है। किसान राम सुमिरन, पलटू, शिवराम, मोहनलाल, हौंसिला, जग प्रसाद समेत किसानों ने बताया कि दो दिनों से हुई बारिश से काफी उम्मीदें बढ़ गई है। रामेश्वर, जितेंद्र कुमार, दिनेश कुमार, राजकुमार रविवार को अपने खेतों में धान की रोपाई कराने में जुटे रहे।(संवाद)
1.39 लाख हेक्टेयर में होती है खरीफ सीजन में खेती
आंकड़ों के अनुसार 121138 हेक्टेयर में धान की रोपाई होनी है। इसमें 42 हजार हेक्टेयर में धान संकर, चार हजार हेक्टेयर में धान सुगंधित/बासमती तो 75138 हेक्टेयर में अन्य प्रजाति के धान की रोपाई होगी। 179 हेक्टेयर में मक्का, 107 हेक्टेयर में मोटा अनाज, 4254 हेक्टेयर में ज्वार, 414 हेक्टेयर में बाजरा, 6677 हेक्टेयर में उूर्द, 85 हेक्टेयर में मूंग, 4955 हेक्टेयर में अरहर, 899 हेक्टेयर में तिल तथा सात हेक्टेयर मेंं मूंगफली की खेती प्रस्तावित है। बरसात के बाद खेतों में आई से नमी से धान रोपाई के साथ सीजन की अन्य फसलों की बुआई भी जल्द होने की संभावना है।
छाए रहेंगे बादल, बारिश की उम्मीद
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अमर नाथ मिश्र के अनुसार रविवार को जिले का अधिकतम तापमान 35 व न्यूनतम 24.54 डिग्री सेल्सियस रहा। 4.2 किलोमीटर की दर से हवा चली। 50 मिलीमीटर बरसात हुई है। आगामी 24 घंटे मध्यम से घने बादल छाए रहने तो मध्यम से तेज गति से बरसात होने की उम्मीद है। हवा भी पूर्वी सामान्य से तेजी गति से चलेगी।
धान की रोपाई में जुटे किसान
नहरों में पानी आने व बूंदा-बांदी के साथ कुछ स्थानों पर हुई तेज बरसात के बाद किसान धान रोपित करने में जुटे है। करीब 25-30 हजार हेक्टेयर में धान की रोपाई भी हो चुकी है। अभी बरसात होने की उम्मीद से धान की रोपाई में तेजी आएगी। किसानों को खेती-किसानी में परेशानी नहीं हो इसके लिए उर्वरक की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए बीज गोदामों में किसानों को खेती से जुड़ी जानकारी प्राप्त करने की सुविधा दी जा रही है। प्राविधिक सहायक किसानों की मदद के लिए क्षेत्र में सक्रिय रूप से निगरानी कर रहे हैं।
अखिलेश पांडेय-जिला कृषि अधिकारी