अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। मऊरानीपुर की पेयजल योजना दुरुस्त करने पर अमृत योजना के तहत 132 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस योजना को शासन ने हरी झंडी दिखा दी। धनराशि भी स्वीकृति कर दी गई। जल निगम अफसरों के मुताबिक टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। अगले माह काम भी आरंभ हो जाएगा। इससे मऊरानीपुर के 16,232 घरों तक सीधे पानी पहुंचाया जा सकेगा।
मऊरानीपुर नगर पालिका क्षेत्र में पीने के पानी की व्यवस्था अभी दुरुस्त नहीं है। यहां महज 2401 घरों तक ही पानी का कनेक्शन है। शेष घरों मं लोग हैंडपंप अथवा बोरिंग से पानी की जरूरत पूरी करते हैं। यहां पानी की समस्या दूर करने के लिए जल निगम ने 2023 में अमृत पेयजल योजना के तहत पेयजल आपूर्ति का प्रस्ताव भेजा था। दो साल बाद इसे हरी झंडी मिली।
इस पेयजल योजना के लिए पहाड़ी बांध से 23 एमएलडी पानी लिया जाएगा। मऊरानीपुर स्थित जल निगम परिसर में जल शोधन प्लांट (डब्ल्यूटीपी) बनेगा। पहाड़ी बांध से डब्ल्यूटीपी तक पानी लाने के लिए 19 किलोमीटर लंबी राइजिंग लाइन बिछाई जाएगी। इसके बाद सीडब्ल्यूआर समेत तीन ओवर हेड टैंक में पूरा पानी स्टोर होगा। इसके बाद ग्रेवैटी के जरिये जलापूर्ति की जाएगी। घरों में जलापूर्ति के लिए 128 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन भी बिछाई जाएगी।
2500 किलोलीटर क्षमता का होगा सीडब्ल्यूआर
पानी संग्रहित करने के लिए 2500 किलोलीटर क्षमता का एक भूमिगत जलाशय (सीडब्ल्यूआर) समेत तीन ओवरहैड टैंक बनाए जाएंगे। यह ओवर हैडटैंक 1400 किलोलीटर, 1450 किलोलीटर एवं 800 किलोलीटर (एक किलोलीटर में एक हजार लीटर) के होंगे।
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शासन ने प्रोजेक्ट को मंजूर करने के साथ ही वित्तीय स्वीकृति भी जारी कर दी। एनकेजी इंफ्रा को यह काम सौंपा गया है। सभी औपचारिकताएं पूरी की जा चुकी हैं। अब अगले माह से इसका कार्य आरंभ करा दिया जाएगा।
मुकेश पाल, अधिशासी अभियंता, जल निगम