अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। केन-बेतवा लिंक परियोजना केबीएलपी की उच्चस्तरीय तकनीकी समिति ने पारीछा बांध में प्रस्तावित नवीनीकरण कार्यों को मंजूर कर दिया। हालांकि बरुआसागर झील से गाद निकालने के प्रस्ताव का काम अटक गया। अधिक बजट खर्च होने की वजह से इसे मंजूरी नहीं मिल सकी। बैठक में परियोजना से जुड़ी अन्य बिंदुओं पर भी विस्तार से चर्चा हुई। सिंचाई अफसरों का कहना है कि तकनीकी समिति की मंजूरी मिलने के बाद अब पारीछा बांध के नवीनीकरण के लिए डीपीआर तैयार कराया जाएगा।
शनिवार को अटल पार्क स्थित ऑडिटोरियम में मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीके दीक्षित की अध्यक्षता में केबीएलपी की उच्च स्तरीय तकनीकी समिति की बैठक हुई। मुख्य अभियंता देवेश शुक्ला ने समिति के सामने प्रस्ताव प्रस्तुत किए। सदस्यों ने बांध के नवीनीकरण प्रस्ताव पर चर्चा की। समिति के सामने इससे संबंधित रिपोर्ट भी पेश की गई। सदस्यों ने कहा कि पारीछा बांध करीब सौ साल से अधिक पुराना है। ऐसे में इसके स्वरूप से छेड़छाड़ किए बिना, इसका नवीनीकरण कराया जाए। यहां ऑटोमेटिक मेकेनिकल गेट लगाए जाएंगे। स्लूज भी सुधारे जाएंगे। इससे पारीछा बांध के जलसंग्रह क्षमता में इजाफा होगा। वहीं, बरुआसागर झील से गाद निकालने के प्रस्ताव को तकनीकी टीम ने मंजूर नहीं किया। इस पर करीब 200 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान था। इसके अलावा राजघाट बांध से गोविंद सागर को पानी दिए जाने को भी लेकर भी चर्चा हुई। बैठक में चेयरमैन डीपी भार्गव, सदस्य वीके निरंजन, विजय शरण समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।