
रिपोर्ट विजय द्विवेदी जगम्मनपुर (रामपुरा ब्यूरो चीफ)✍️
(उरईजालौन) जगम्मनपुर : नवरात्र पूजा के समापन के बाद माधौगढ़ तहसील क्षेत्र में स्थापित दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन 2 अक्टूबर (दशहरा) को किया जाएगा। परंपरा के अनुसार रामपुरा थाना अंतर्गत ग्राम जगम्मनपुर शिवगंज के पास यमुना तट पर बनाए गए कृत्रिम जलाशय में तहसील क्षेत्र के लगभग 44–45 देवी पंडालों की मूर्तियां पहुंचती हैं।
मूर्ति विसर्जन के अवसर पर भारी भीड़ व जुलूस में शामिल उन्मादी युवकों पर नियंत्रण पुलिस प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण रहता है। इसको देखते हुए रामपुरा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रजत कुमार सिंह व जगम्मनपुर पुलिस चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक पंकज कुमार मिश्रा ने लगातार तीन दिनों तक यमुना तट का निरीक्षण किया। स्थानीय नागरिकों की सहमति से विशरांत मंदिर के पास साफ-सफाई कराई गई और जेसीबी मशीन से बड़ा गड्ढा खुदवाकर उसमें पानी भरने की व्यवस्था कराई गई ताकि सभी मूर्तियों का विसर्जन सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से किया जा सके।
नदी की मुख्य धारा में विसर्जन पर रोक, स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील
इंस्पेक्टर रजत कुमार सिंह ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार किसी को भी यमुना या अन्य नदियों की मुख्य धारा में मूर्ति विसर्जन की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने स्थानीय जिम्मेदार नागरिकों व समाजसेवियों से कानून एवं शांति व सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस प्रशासन को सहयोग देने की अपील की है।
भंडारे की परंपरा कायम, हजारों श्रद्धालु लेंगे प्रसाद
वहीं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए दशहरा के दिन जगम्मनपुर में भंडारे का आयोजन किया जाता है। जिला पंचायत सदस्य राघवेंद्र पांडे के नेतृत्व में पिछले सात–आठ वर्षों से यह भंडारा लगातार आयोजित हो रहा है। जन सहयोग से आयोजित इस भंडारे में हजारों देवी भक्त भोजन व शीतल जल का सेवन कर श्रद्धाभाव से सहभागी होते हैं।
