– पिछले साल खूब मची थी मारामारी
झांसी। पिछले साल रबी सीजन में खाद को लेकर मची मारामारी से सबक लेते हुए इस बार प्रशासन अभी से तैयारियों में जुट गया है। मांग के अनुसार शासन को खाद की डिमांड भेज दी गई है। इस बार सत्यापन के बाद इसका वितरण किया जाएगा। इसके लिए अफसरों को भी नामित कर दिया गया है।
पिछले साल रबी सीजन में खाद को लेकर जमकर मारामारी की स्थिति पैदा हो गई थी। किसानों ने सहकारी समितियों पर प्रदर्शन किए थे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को मोर्चा संभालना पड़ा था। यह स्थिति इस बार न बने, इसके लिए अभी से तैयारियां की जाने लगी हैं। अक्तूबर, नवंबर और दिसंबर माह में खाद की मांग के अनुरूप उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अभी मांग शासन को भेज दी गई है।
वर्तमान में झांसी में सात हजार मीट्रिक टन डीएपी की उपलब्धता है। जबकि, आवश्यक तीस हजार मीट्रिक टन से अधिक की रहेगी। उपलब्धता और आवश्यकता के अनुसार मांग तैयार की गई है। इसी प्रकार यूरिया की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही है। सत्यापन की जिम्मेदारी जिला स्तरीय अधिकारी, खंड विकास अधिकारी व तहसीलदारों को सौंपी गई है। स्टॉक का सत्यापन होने के बाद ही इसका वितरण किया जा सकेगा। इसके अलावा बगैर खतौनी के किसी को भी खाद नहीं दी जा सकेगी।
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रबी सीजन में किसानों को खाद की कतई किल्लत नहीं होने दी जाएगी। इसके लिए मांग के अनुरूप उपलब्धता सुनिश्चित रहेगी। जरूरत के मुताबिक शासन से खाद की मांग की गई है। समय पर यह जिले को प्राप्त हो जाएगी। – जुनैद अहमद, मुख्य विकास अधिकारी