नैमिषारण्य । एक नवंबर शनिवार से मांगलिक कार्यों के साथ ही सहालग का दौर भी शुरू हो जाएगा। रविवार को पहला विवाह मुहूर्त है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी कहा जाता है। इसे प्रबोधनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। शनिवार को देवउठनी एकादशी पर मांगलिक कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु अपने चार महीने के शयन काल को पूरा कर योग निद्रा से विलग होते हैं।
प्राचार्य प्रभाकर द्विवेदी ने बताया नवंबर माह में विवाह के लिए 14 शुभ मुहूर्त हैं। उन्होंने बताया कि दो नवंबर रविवार को पहला मुहूर्त है। इसके अलावा तीन, पांच, आठ 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25 व 30 नवंबर की तिथियां शुभ हैं। वहीं दिसंबर माह में चार, पांच व छह दिसंबर को शुभ मुहूर्त है। (संवाद)
