
12-अवध विवि में शुक्रवार को आयोजित दीक्षांत समारोह में गोल्ड मेडल मिलने के बाद उत्साहित मुद्रा
अयोध्या। अवध विश्वविद्यालय के 27वें दीक्षांत समारोह में शुक्रवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि प्रदेश के 32 में से छह विश्वविद्यालयों में महिला कुलपति हैं। प्रदेश के 33 फीसदी विश्वविद्यालयों में महिला कुलपति हों, ऐसी कोशिश है।
राज्य विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोह में 80 प्रतिशत छात्राओं को स्वर्ण पदक प्राप्त हुआ है। यह नारी सशक्तीकरण की मिसाल है। शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी हर स्तर पर बढ़ रही है।
इससे पूर्व उन्होंने स्नातक व परास्नातक पाठ्यक्रमों में सर्वाधिक अंक पाने वाले 127 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए। इसमें 76 कुलाधिपति स्वर्ण पदक, 34 कुलपति स्वर्ण पदक व 17 दान स्वरूप पदक शामिल हैं।
समारोह में विवि परिसर के अलावा महाविद्यालयों के स्नातक, परास्नातक व पीएचडी के कुल 1,91,074 छात्र-छात्राओं को उपाधि दी गई। जिसमें स्नातक के कुल 1,52,080, परास्नातक के कुल 38,897 व पीएचडी के कुल 97 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की गई।
कुलाधिपति ने कहा कि अयोध्या अनादिकाल से हमारी सांस्कृतिक समृद्धता का प्रतीक रही है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की संकल्पना धीरे-धीरे आकार ले रही है। अयोध्या के मंदिरों से प्राप्त फूलों से इत्र निर्माण कर विवि सामाजिक दायित्वों की पूर्ति कर रहा है। उन्होंने कहा कि विवि में शोध परियोजनाओं के साथ वैश्विक स्तर पर शिक्षण संस्थानों के साथ एमओयू बढ़ाने की आवश्यकता हैै।
कहा कि आंगनबाड़ी में आने वाला गरीब का बच्चा धीरे-धीरे विवि तक पहुंचे, यह हमारी जिम्मेदारी है। आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लिया जाएगा। उन्हें स्कूल किट दी जाएगी। 3300 आंगनबाड़ी केंद्रों को हमने किट प्रदान किया है।
कई विवि गांव गोद ले रहे हैं। केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ हर लाभार्थी तक पहुंचे, यह हम सबकी भी जिम्मेदारी है। कहा कि 2023 मिलेट वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। यूनिवर्सिटी भी आत्मनिर्भर बन सकती है। मोटे अनाज बनाएं और बेचिए, आय निर्गत करिए।
संचालन प्रो. संतशरण मिश्र व धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव उमानाथ ने किया। समारोह में महंत रामकुमार दास, संत राजूदास, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, शिक्षाविद् डॉ. प्रेमभूषण गोयल, डीएम नितीश कुमार, वित्त अधिकारी पूर्णेंदु शुक्ला, मुख्य नियंता प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. विजयेंद्र चतुर्वेदी आदि मौजूद रहे।
खुद दीप बनाए विश्वविद्यालय
राज्यपाल ने कहा कि दीपोत्सव में हर वर्ष विवि रिकॉर्ड बना रहा है, यह खुशी की बात है। लेकिन हमें चाहिए कि दीपोत्सव के लिए हम खुद दीप बनाएं। दीपोत्सव में हम तेल भी दे सकते हैं। उसमें जनभागीदारी होनी चाहिए, यदि तब रिकार्ड बने तो और अधिक खुशी होगी।
जल भरो कार्यक्रम से समारोह का उद्घाटन
इससे पूर्व जल भरो कार्यक्रम से समारोह का उद्घाटन हुआ। महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा पृथ्वी के स्वरूप में बनाए गए घड़े में राज्यपाल ने पानी भरकर जल संरक्षण का संदेश दिया। इस अवसर पर गायिका निष्ठा शर्मा ने हम सबका कल, कुदरत का फल, जीवन का आधार है जल… गीत की प्रस्तुति भी दी।
छात्राओं द्वारा वंदेमातरम व विवि गीत की संगीतमय प्रस्तुति की गई। समारोह में विवि की वार्षिक स्मारिका व वार्षिक प्रतिवेदन का विमोचन किया गया। कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल ने अतिथि का स्वागत पुष्प गुच्छ, श्रीफल व विवि में तैयार इत्र से किया।
रोजगारपरक शिक्षा की दिशा में विवि अग्रसर : कुलपति
कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल ने कहा कि अवध विवि से आज 764 महाविद्यालय संबद्ध हैं। विवि में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों को लागू किया जा चुका है। इस शिक्षा नीति की भावना के अनुरूप परिसर में रोजगार परक कौशल विकास केंद्र स्थापित करने की दिशा में विवि आगे बढ़ रहा है। हम अयोध्या की पौराणिक, सांस्कृतिक व धार्मिक विरासत के संरक्षण की दिशा में भी सार्थक योगदान दे रहे हैं।
विश्व की महाशक्ति बनने की ओर बढ़ रहा भारत : रजनी
समारोह की विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने कहा कि गोल्ड मेडल की सार्थकता को प्रमाणित करने के लिए समाज के लिए बेहतर करना होगा। कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में सीएम योगी के हाथों में आपका भविष्य सुरक्षित है।
पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व की महाशक्ति बनने की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने सीएम योगी के शासन की तुलना रामराज्य से की और मानस की चौपाई रामराज्य बैठे त्रिलोका, हरषित भए गए सब सोका… के जरिए कहा कि देश व प्रदेश में आज मानस की उक्त पंक्तियां साकार हो रही हैं।
अयोध्या में लिखा जा रहा हिंदुस्तान का इतिहास : प्रो. कुलदीप
समारोह के मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के पूर्व कुलपति प्रो. कुलदीप चंद अग्निहोत्री ने कहा कि दीक्षा भारत की पुरानी परंपरा है। दीक्षा प्राप्त करने के बाद अब आप भारत को समझने की चेष्टा करें। इस अवसर के लिए अयोध्या से पावन धरती कोई नहीं है।
आज हिंदुस्तान का इतिहास अयोध्या में लिखा जा रहा है। भारत का इतिहास इसी अयोध्या में मुगलकाल में बाबर के हाथों पराजित हुआ था। ये आपका सौभाग्य है, उसी अयोध्या में भारत का इतिहास नई अंगड़ाई ले रहा है। आप केवल इसके दृष्टा नहीं है, इसके सहभागी बनें। पहले अयोध्या एक गांव की तरह लगता था, आज अयोध्या का कण-कण नई अंगड़ाई ले रहा है।
राज्यपाल ने बच्चों से कहा खूब पढ़ो, आगे बढ़ो…
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने प्राथमिक विद्यालयों के 30 छात्र-छात्राओं को बैग, बुककिट व फल की टोकरी देकर सम्मानित किय। बच्चों से बात भी की, एक बच्चे से पूछा कि क्या नाम है… नाम बताने पर आशीर्वाद दिया, खूब पढ़ो, आगे बढ़ो…।
एक बच्चे से पूछा कि तुम्हारा वजन क्या है, जवाब मिला 36। कुलपति ने कहा कि कम से कम 45 किलो होना चाहिए। कुलाधिपति ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सेवा कार्य में प्रोत्साहन के लिए बच्चों के खिलौने, साइकिल, कुर्सी आदि सामान प्रदान किए।
12-अवध विवि में शुक्रवार को आयोजित दीक्षांत समारोह में गोल्ड मेडल मिलने के बाद उत्साहित मुद्रा
12-अवध विवि में शुक्रवार को आयोजित दीक्षांत समारोह में गोल्ड मेडल मिलने के बाद उत्साहित मुद्रा