
सांकेतिक तस्वीर
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कानपुर के पुलिस विभाग में फर्जीवाड़े का एक और खुलासा हुआ है। पुलिस कर्मियों को प्रमोशन के लिए सर्विस बुक से पन्ने गायब करने वाला बाबू देवेंद्र मौर्या (लिपिक) अब आईपीएस के फर्जी हस्ताक्षर कर पुलिस कर्मियों को अवकाश देने के मामले में भी दोषी पाया गया है।
फोरेंसिक रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद एडिशनल पुलिस कमिश्नर मुख्यालय ने लिपिक पर कार्रवाई के लिए फाइल तलब की है। ऐसे में अब लिपिक की बर्खास्तगी तय मानी जा रही है। पुलिस मुख्यालय में तैनात लिपिक (दरोगा) देवेंद्र मौर्या ने तीन कांस्टेबल के प्रमोशन के लिए सर्विस बुक से बैड एंट्री के पन्ने गायब कर दिए थे।
