
उफनते नाले। ताल-तलैया बने रास्ते। घरों में भरा गंदा पानी और गलियों में बाढ़ जैसे हालात। हाईवे से लेकर एमजी रोड तक पानी ही पानी। कहीं दो फीट तो कहीं चार फीट पानी भरा हुआ है। यह नजारा रविवार को स्मार्ट सिटी का था। जहां बारिश ने नगर निगम के नाला सफाई की पोल खोल दी।
नगर निगम की लापरवाही से बल्केश्वर स्थित लाल मस्जिद के पास घरों में पानी भर गया। नाला काजीपाड़ा उफनने से बिजलीघर चौराहे पर दुकानों में जलभराव से लाखों रुपये का सामान खराब हो गया। धनौली की गलियों में बाढ़ जैसे हालात रहे। निचले इलाके पानी में डूब गए।
ये भी पढ़ें – मौत का सन्नाटा: एक-एक कर उठीं चार अर्थियां, चीत्कार ने चीरा कलेजा; पूरा गांव रो पड़ा…फिर पुलिस ने दिया कंधा

2 of 5
आगरा में जलभराव
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
रविवार दोपहर करीब 12 बजे बारिश का सिलसिला शुरू हुआ। कभी तेज कभी रिमझिम बारिश रात 8 बजे तक होती रही। उधर, लोग नगर निगम और प्रशासनिक अधिकारियों के गैर जिम्मेदार रवैये को कोसते दिखे। व्यापारी नेता टीएन अग्रवाल ने कहा कि प्रशासन निकम्मा है। महावीर नाला की तलीझाड़ सफाई नहीं कराई। कपड़ा व्यापारियों की दुकानों में पानी भर गया।

3 of 5
दुकान में घुसा पानी
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
रोशन मोहल्ला में व्यापारियों का नुकसान हुआ है। उन्होंने नगर निगम अधिकारियों की तनख्वाह से नुकसान की भरपाई की मांग उठाई। भगवान टॉकीज स्थित प्रोफेसर कॉलोनी में पानी भर गया। सर्विस रोड डूब गई। सिकंदरा स्थित गुरु का ताल पर हाईवे किनारे जलभराव से जाम लगा रहा। रामबाग चौराहे पर जलभराव से नारकीय हालात हो गए। कचरा पानी में बहकर लोगों के घर व दुकानों में घुस गया।

4 of 5
जलभराव
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
लगाए कमीशनखोरी के आरोप
बारिश में हुए जलभराव के फोटो दिनभर सोशल मीडिया पर ट्रेंड करते रहे। लोगों ने नगर निगम अधिकारियों पर नाला सफाई के नाम पर कमीशनखोरी के आरोप लगाए। मेयर भी लोगों के निशाने पर रहीं। रामबाग निवासी गोविंद शर्मा ने कहा कि ये कैसी स्मार्ट सिटी है, जहां ऐसा जलभराव है। नालों की सफाई समय पर कराई होती तो शहर की यह हालत नहीं होती।

5 of 5
आगरा में जलभराव
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
इन इलाकों में हुआ जलभराव
बल्केश्वर, रतनपुरा, पटेल नगर, गोकुलपुरा, सेंट जोंस, शमसाबाद रोड, रामबाग, हाथरस रोड, नाला काजीपाड़ा, मोतीलाल नेहरू रो़ड, खेरिया मोड़, यमुना किनारा रोड और लाल मस्जिद में घरों में बारिश का पानी भर गया।