हरियाणा के Bahadurgarh से एक बेहद चिंताजनक और शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां एक 22 वर्षीय विवाहिता के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। पीड़िता को तीन युवकों ने रास्ते में घेर लिया — दो ने उसे पकड़ा और तीसरे ने दरिंदगी की हदें पार करते हुए उसके साथ बलात्कार किया।


घटना की पूरी जानकारी: फैक्ट्री में पति से मिलने जा रही थी पीड़िता

पुलिस के मुताबिक, पीड़िता रोहद गांव के पास स्थित एक फैक्ट्री में अपने पति से मिलने जा रही थी, तभी रास्ते में तीन युवक मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए। उन्होंने महिला का मोबाइल छीना और जब वह उसे वापस लेने के लिए पीछे दौड़ी, तो उसे पकड़कर एक सुनसान कच्चे रास्ते पर ले गए

वहीं, दो आरोपियों ने महिला को दबोच कर रखा और तीसरे ने रेप की वारदात को अंजाम दिया। घटना के बाद तीनों आरोपी फरार हो गए।


मेडिकल जांच हुई, लेकिन मानसिक स्थिति बेहद तनावपूर्ण

पीड़िता की शिकायत पर बहादुरगढ़ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और बहादुरगढ़ के नागरिक अस्पताल में उसका मेडिकल परीक्षण भी कराया गया है।

पुलिस कमिश्नर डॉ. राजश्री के अनुसार,

“पीड़िता गहरे मानसिक तनाव में है और घटना की पूरी जानकारी स्पष्ट रूप से नहीं दे पा रही है। आरोपियों की पहचान फिलहाल नहीं हो पाई है — वे परिचित थे या अजनबी, यह भी स्पष्ट नहीं हो सका है।”


पुलिस की कोशिशें जारी, लेकिन कोई सुराग नहीं

पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग और चश्मदीदों से पूछताछ शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक आरोपियों की पहचान नहीं हो सकी है

वारदात के तरीके और मौके की जानकारी से पुलिस इस मामले को बेहद गंभीर मान रही है, और लगातार दबिशें दी जा रही हैं।


महिलाओं की सुरक्षा पर फिर उठा सवाल

इस घटना ने एक बार फिर हरियाणा में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। खुले आम दिनदहाड़े ऐसी घटना होना यह दिखाता है कि सुनसान इलाकों में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं और महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल अब भी कोसों दूर है।


क्या बोले सामाजिक कार्यकर्ता?

स्थानीय महिला अधिकार कार्यकर्ता रीना धानकड़ का कहना है:

“बहादुरगढ़ जैसे शहरीकृत इलाके में अगर महिलाएं दिन में भी सुरक्षित नहीं हैं, तो यह पूरे सिस्टम पर सवाल है। पुलिस को फौरन आरोपियों की गिरफ्तारी करनी चाहिए और फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई होनी चाहिए।”


क्या होगा न्याय?

इस दर्दनाक वारदात ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि महिलाओं की सुरक्षा केवल कानूनों से नहीं, बल्कि सख्त अमल और जवाबदेही से सुनिश्चित हो सकती है। पीड़िता को जल्द न्याय मिले और आरोपी पकड़े जाएं, यह समाज की भी जिम्मेदारी है।

यदि आप या आपके आसपास किसी महिला के साथ अपराध हुआ है, तो बिना देर किए 112 या 1091 (महिला हेल्पलाइन) पर कॉल करें। आपकी चुप्पी किसी और के साथ अगली वारदात बन सकती है।

 



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