
बहराइच हिंसा में दो और आरोपियों की हुई गिरफ्तारी।
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महसी तहसील के महराजगंज कस्बे में 13 अक्तूबर को मूर्ति विसर्जन के दौरान रेहुवा निवासी रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद, उसके बेटे सरफराज समेत छह को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन मुकदमे में नामजद मुख्य आरोपियों में से दो अन्य ननकऊ व मारूफ फरार चल रहे थे। जिन्हें रविवार को हरदी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
हरदी थाना के महराजगंज कस्बे में हुई हिंसा के मामले में एसओजी और पुलिस की संयुक्त टीम ने 17 अक्तूबर को नानपारा कोतवाली के बाईपास से अब्दुल हमीद, फहीम और मोहम्मद अफजल समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। टीम दो आरोपियों मोहम्मद तालीम उर्फ शब्बू और सरफराज उर्फ रिंकू की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त बंदूक और तमंचा को बरामद करने हांडा बसेहरी गई थी। जहां उन्होंने पुलिस से बचकर भागने के लिए बंदूक से फायर किया था। जिसके बाद एनकाउंटर में पुलिस ने दोनों के पैर में गोली मार दी थी।
वहीं, घटना में शामिल रेहुवा मंसूर गांव निवासी फरार मारूफ व ननकऊ पुलिस के लिए गले की फांस बने हुए थे। रविवार को हरदी थानाध्यक्ष कमल शंकर चतुर्वेदी ने टीम के साथ इलाके के देवराय जाने वाले रास्ते से 50 मीटर अंदर पुलिया के पास से मारूप व ननकऊ को गिरफ्तार कर लिया।
14 मुकदमों मेंं 117 लोग हो चुके हैं गिरफ्तार
मूर्ति विसर्जन जुलूस के बाद हुई हिंसा के मामले में जिले की पुलिस ने कुल 14 मुकदमे दर्ज किए है और लगातार आरोपियों की धरपकड़ में लगी हुई है। पुलिस दोनों समुदायों के कुल 117 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। हरदी थानाध्यक्ष कमल शंकर चतुर्वेदी ने बताया हिंसा के आरोपियों की वीडियो के आधार पर लगातार शिनाख्त कर धरपकड़ की जा रही है। पुलिस के अनुसार आरोपी मोहम्मद तालीम और सरफराज पर 25-25 हजार और अब्दुल हमीद पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था।