
बलिया जिले के रामपुर गांव पहुंचा शहीद का शव
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बलिया जिले के रामपुर दिघार निवासी सीआरपीएफ जवान की असम-अरुणाचल प्रदेश सीमा चेक गेट पर ड्यूटी के दौरान बुधवार की शाम चाकू मारकर हत्या कर दी गई। पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार को उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचा। शहीद का शव देख पूरा गांव रो पड़ा। पार्थिव शरीर के साथ लिपटे परिजन चीत्कार मारकर रो रहे थे। उनके चीत्कार से पूरा पूरा गांव गमगीन हो गया।
शहीद सुनील कुमार पांडेय अमर रहे के नारे गुंजते रहे। बलिया के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार और एसपी एस आनंद भी गांव पहुंचे। शहीद को श्रद्धांजलि दी और परिजनों को ढांढस बंधाया। पार्थिव शरीर लेकर आए सीआरपीएफ के जवानों और अधिकारियों ने शहीद के पिता को कुछ आर्थिक सहायता भी दी। इस दौरान पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह मौके पर मौजूद रहे।
गांव निवासी सुनील कुमार पांडेय (38) पुत्र रामनाथ पांडेय 2007 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। वर्ष 2020 में उनकी पोस्टिंग अरुणाचल में हुई। परिजनों के अनुसार, उनकी ड्यूटी सीआरपीएफ के इंटेलिजेंस विभाग में थी। बुधवार की शाम अन्य साथी जवानों के साथ वह असम-अरुणाचल सीमा के पास तिनसुकिया के माधापुर बाजार के पास बोर्डुम्सा में बाइक सवार संदिग्धों से पूछताछ कर रहे थे।