इलाज कराकर घर लौट रहे देवर-भाभी की सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसे के समय बाइक पर बीच में बैठी तीन वर्षीय बच्ची सुरक्षित बच गई। वह घटनास्थल पर रोती-बिलखती रही। वहीं चालक ने हेलमेट नहीं लगाए था। सड़क हादसा शनिवार देर शाम 7:30 बजे के आसपास हुआ।
बदौसा थाना क्षेत्र के पचपेड़िया गांव निवासी बुद्धविलास ने बताया कि उसका भतीजा चुन्नू (25) अपनी तीन वर्षीय भतीजी भूमि की तबीयत खराब होने पर शनिवार को दोपहर भाभी रोशनी (28) के साथ बाइक से बदौसा डॉक्टर को दिखाने गया था। इलाज के बाद शनिवार की देर शाम तीनों बाइक से गांव लौट रहे थे। तरसुमा गांव के पास अंधेरा होने के कारण सड़क किनारे खड़े ट्रैक्टर-ट्राली में पीछे से बाइक जा भिड़ी।
टक्कर इतनी तेज थी कि बाइक सवार चुन्नू, बीच में बैठी भूमि और पीछे बैठी उसकी मां रोशनी सड़क पर जा गिरे। हादसे में चुन्नू और रोशनी गंभीर घायल होकर लहूलुहान हालत में अचेत हो गए, जबकि बच्ची सुरक्षित रही। मौके से गुजर रहे राहगीरों की सूचना पर थाना पुलिस पहुंची और सभी को सीएचसी ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने चुन्नू और रोशनी को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही परिजन अस्पताल पहुंच गए, जहां रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
बताया गया कि मृतका रोशनी के पति मनफूल गुजरात में मजदूरी करते हैं। चुन्नू की शादी डेढ़ वर्ष पूर्व हुई थी और उसकी भी एक छोटी बच्ची है। रोशनी की दो बच्चियां हैं। एक साथ दो की मौत हो जाने पर अस्पताल पहुंचे मृतक के चाचा बुद्धविलास सहित आदि परिजनों का हाल बेहाल है। बाइक चालक हेलमेट नहीं पहने था। अतर्रा कोतवाली प्रभारी ऋषिदेव सिंह ने बताया कि ट्रैक्टर ट्रॉली से टकराने से हादसा हुआ है। देवर-भाभी की मौत हुई है।
