बांदा जिले में कृषक सेवा समिति के जर्जर भवन को गिराने के दौरान एक मकान भी उसकी जद में आ गया। पीड़ित परिवार ने इसके लिए जिला पंचायत अध्यक्ष को दोषी ठहराया। वहीं शनिवार को सदर विधायक ने पीड़ित परिवार से भेंटकर मदद की दिलासा दी। कस्बे के बांदा रोड स्थित कृषक सेवा सहकारी समिति के भवन पर शुक्रवार को प्रशासन ने बुल्डोजर चलवाया। इसी दौरान भवन में काबिज राजेंद्र पांडेय के आवास पर भी कार्रवाई की गई।
राजेंद्र पांडेय के बहू मंजरी पांडेय, प्रीति पांडेय ने बताया कि उनका कोर्ट में मामला चल रहा था। 2016 में समिति का मामला खारिज हो गया था। कुछ दिनों तक माहौल शांत रहा। शुक्रवार को अचानक जिला सहकारी समिति के अध्यक्ष अरुण तिवारी, सचिव जितेंद्र कुमार भदौरिया व अन्य तीन बुल्डोजर लेकर आए और भवन को गिरा दिया। कहा कि परिवारी जन प्रशासन से गुहार लगाते रहे, लेकिन एक न सुनी गई। मंजरी पांडेय ने कहा कि पूरा घटनाक्रम जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल के निर्देशन पर किया गया है।