
सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : सोशल मीडिया
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किसी दूसरे का प्लाट दिखाकर चिकित्साधिकारी से 12 लाख रुपये और 18 लाख 60 हजार रुपये चेक के माध्यम से ले लिए। जब वह प्लाॅट पर निर्माण कराने पहुंचे तो वास्तविक मालिक ने आकर मना किया और फ्राड होने की बात कही। चिकित्साधिकारी ने एएसपी से प्रकरण की शिकायत की। एएसपी के आदेश पर महिला समेत चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
शहर कोतवाली क्षेत्र के कटरा मोहल्ला निवासी जय प्रकाश साहू ने बताया कि वह मौदहा सीएचसी में चिकित्साधिकारी के पद पर तैनात हैं। शहर के आवास विकास निवासी सूरज सिंह अपने साथ एचएल इंटर काॅलेज के पास के निवासी लोकेद्र प्रताप सिंह, कामतानाथन द्विवेदी व अरुणा देवी आए। लोकेद्र ने बताया कि उसका प्लाॅट इंदिरा नगर सहकारी समिति दीपशिखा काॅलाेनी में है।
लोकेंद्र की शादी होनी है। इस कारण पैसे की जरूरत है। चिकित्साधिकारी ने बताया कि वह उनके झांसे में आ गए। मौके पर जाकर प्लॉट देखा। लोकेशन अच्छी होने पर उसने 12 लाख रुपये नकद दिए और रजिस्ट्री में चेक द्वारा 18 लाख 60 हजार रुपये दिए। चेक बैंक में क्लियर नहीं हो सका। इस पर उसने दूसरे माध्यम से पैसा भेज दिया। जब वह प्लाॅट में कब्जा करने पहुंचा तो वह प्लाॅट दूसरे का निकला। उसने कई बार पैसा वापस करने के लिए कहा लेकिन उसका पैसा वापस नहीं हुआ। पीड़ित की तहरीर पर एएसपी के आदेश पर कोतवाली में महिला समेत चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी में रिपोर्ट दर्ज की गई है।