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लखनऊ बैंक लूट – फोटो : अमर उजाला।
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चिनहट स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक के लॉकरों को काटकर करोड़ों की चोरी की साजिश एक साल पहले पंजाब के जालंधर जेल में बनी थी। इस बात का खुलासा पकड़े गए चोरों ने किया है। गैंग लीडर कैलाश और साजिशकर्ता विपिन एक साथ जालंधर जेल में बंद थे।
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एसीपी विभूतिखंड राधारमण सिंह ने बताया कि बिहार के चोरों के गैंग का लीडर कैलाश बिंद है। उसकी एक साल पहले पहले जालंधर जेल में चोरी के मामले में बंद विपिन से हुई थी। कैलाश में बैंक में चोरी के मामले में बंद था। कैलाश में विपिन को बताया था कि उसका पूरा गैंग है जो बैंक में चोरी करता है। इस पर विपिन ने कैलाश को चिनहट स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक में चोरी करने की बात कही थी। जेल से कैलाश और विपिन बाहर निकले। इसके बाद फिर से विपिन ने कैलाश से संपर्क किया और बैंक में चोरी करने की बात कही। विपिन के कहने पर कैलाश पूरे गैंग को लेकर लखनऊ पहुंचा।
इंदिरानगर स्थित एक होटल में ठहराया था
17 दिसंबर को बिहार का गैंग लखनऊ पहुंचा। पुलिस के सूत्र बताते हैं कि विपिन ने बिहार से आए चोरों को इंदिरानगर के एक होटल में ठहराया था। सभी लोगों ने चार दिनों तक बैंक की रेकी की थी। एडीसीपी पूर्वी पंकज सिंह ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान बरामद कार भी आरोपी विपिन की है। पुलिस के सूत्र बताते हैं कि भागे हुए बदमाशों के पास चोरी का काफी माल मौजूद है। पुलिस की कई टीमें भागे हुए चोरों की तलाश में लगी हैं।
सुरक्षा के मानक पूरे नहीं थे, किया जाएगा पत्राचार
जेसीपी एलओ अमित वर्मा ने बताया कि जांच में बैंक की सुरक्षा-व्यवस्था लचर मिली। लॉकरों की क्वालिटी इतनी खराब थी कि महज साढ़े तीन घंटे में चोरों ने 42 लॉकर काट दिए। बैंक की दीवार भी बिना प्लास्ट वाली थी। अलार्म सिस्टम भी काम नहीं किया। उन्होंने बताया कि बैंक में कमजोर सुरक्षा-व्यवस्था का ही फायदा चोरों ने उठाया। जेसीपी का कहना है कि इसको लेकर बैंक प्रशासन से पत्राचार किया जाएगा।