झमाझम बारिश से तरबतर करने के बाद मानसून 29 सितंबर को रुहेलखंड से विदा लेगा। मौसम विभाग के मुताबिक इस वर्ष जुलाई और अगस्त में मानसून ने रिकॉर्ड बारिश की। सितंबर की शुरुआत में भी जिले को बारिश से सरोबार करने के बाद आखिरी सप्ताह में लोगों को पसीने से तरबतर कर लौट रहा है।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ अतुल कुमार के मुताबिक, 14 सितंबर को मानसून ने पश्चिमी राजस्थान से वापसी शुरू की है। 24 सितंबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ भाग से वापसी के बाद 26 सितंबर को गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ भाग, हिमालयी क्षेत्र से होते हुए लौट चुका है। अब मानसून की वापसी वेरावल, भरूच, उज्जैन, झांसी, शाहजहांपुर से हो रही है। रुहेलखंड के जिलों से 29 सितंबर को मानसून की वापसी का अनुमान है।
यह भी पढ़ें- कहीं कीड़े तो नहीं नोच रहे दिमाग: सिर दर्द और चक्कर आए तो तुरंत कराएं जांच, इस बीमारी से डॉक्टर भी हैरान
अतुल कुमार ने बताया कि इस बार मानसून के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामान्य से 12 फीसदी ज्यादा बारिश हुई। सामान्य तौर पर 668.1 मिमी बारिश होती है, पर इस बार 747.8 मिमी हुई है। रुहेलखंड क्षेत्र में 19 जून को मानसून ने दस्तक दी थी।