अमर उजाला, सिटी रिपोर्टर, लखनऊ
Published by: रोहित मिश्र

Updated Fri, 27 Sep 2024 12:04 AM IST

Bhuley bisrey khel: अमर उजाला के द्वारा भूले-बिसरे खेल का आयोजन केडी सिंह बाबू स्टेडियम में किया गया। इस मौके पर वह तमाम खेल खेले गए जो आम जीवन में हम भूल चुके हैं। 


bhuley bisrey khel: Enthusiasm, passion and joy were visible everywhere, people of all ages took part, ministe

बच्चों के संग खेलते विधानसभा अध्यक्ष।
– फोटो : अमर उजाला।

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भूले बिसरे खेल और साथ में मौसम सुहाना। ऐसे में कोई खुद को खेल के मैदान में जाने से भला कैसे रोके। केडी सिंह बाबू स्टेडियम में बृहस्पतिवार सुबह सात बजे से ही खिलाड़ियों का जमावड़ा देखने को मिला। हर आयु वर्ग जोश और जज्बे से भरपूर अपना दमखम दिखाने को बेताब नजर आया। शंख नाद के साथ खेलों का शुभारंभ करने की घोषणा हुई तो खिलाड़ी जोश से लबरेज हो गए। इसी बीच राष्ट्रगान शुरू हुआ और पूरा स्टेडियम देशप्रेम के रंग में डूब गया।

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खेलों के महाकुंभ में पांच साल के बच्चे से लेकर 80 साल के बुजुर्ग ने हाथ आजमाया। वहीं, उद्घाटन सत्र में पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना भी पुराने खेल को देख खुद को रोक नहीं पाए। उन्होंने न केवल रस्साकसी बल्कि गुट्टक खेलने से लेकर लट्टू तक नचाई। यह क्रम जारी रहा और जितने भी अतिथियों ने कार्यक्रम में शिरकत की हर किसी ने अपने बचपन के खेलों को याद किया।

खूब लड़ीं गुलाबो-सिताबो

स्टेडियम में कठपुतली की प्रस्तुति ने न केवल बच्चों बल्कि अभिभावकों का भी मन मोह लिया। गुलाबो खूब लड़े… सिताबो खूब लड़े गीत पर कठपुतली की प्रस्तुति ने स्टेडियम में मौजूद हर व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दिया। खुले मैदान में इस कार्यक्रम को देखकर बच्चे सबसे ज्यादा उत्साहित नजर आए और कलाकारों ने जमकर तालियां बटोरी।

कलारीपयट्टू ने बटोरी सराहना

मदर ऑफ मार्शल आर्ट्स कहे जाने वाले कलारीपयट्टू के प्रदर्शन ने खूब सराहना बटोरी। टीम में शामिल बच्चों और बुजुर्गों का कौशल देखकर हर कोई दंग रह गया। सबसे ज्यादा तलवार बाजी ने लोगों को आकर्षित किया। युद्ध कौशल की इस विधा ने आत्मरक्षा का संदेश भी दिया।



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