‘जब तक रहेगा समोसे में आलू, तब तक रहेगा बिहार में लालू….’ इस नारे की गहराई नापने हम लालू के गांव फुलवरिया पहुंचे। बदले बदले बिहार में कुछ यहां भी बदला दिखा। गांव के बाहर चौराहे पर लालू के पुश्तैनी मकान से बमुश्किल फलांग भर दूर दुकान पर मिलने वाला समोसा सिर्फ आलू के भरोसे नहीं रहा, उसे अब मटर, चना, चटनी के साथ जायकेदार बनाकर परोसा जा रहा है। दुकानदार सोनू यादव कहते हैं… बाबू अब लोगों का स्वाद बदल रहा है। पहले जैसा सादा समोसा ग्राहक को पसंद नहीं आता।

सामाजिक न्याय के सूत्रधार बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के इस दुलारे फुलवरिया गांव में सारी सुविधाएं भरपूर हैं। रेलवे स्टेशन, अस्पताल, विकास मुख्यालय, रजिस्ट्री आफिस, थाना, कचहरी, हर स्तर का स्कूल-कालेज वगैरह। जिला गोपालगंज का यह दूर तक फैला गांव लालू का दीवाना है। बूढ़ों से लेकर युवाओं तक हर कोई लालू से पारिवारिक रिश्ता बताता है।