
BJP MLA Ramesh Chandra
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लोकसभा चुनाव में मिली हार से भयभीत भाजपा विधायकों द्वारा अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा करने की मुहिम ने सियासी गलियारों में हलचल पैदा कर दी है। ताजा मामला जौनपुर के बदला विधायक रमेशचंद्र मिश्र और पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह उर्फ मोती सिंह के बयानों से जुड़ा है। हालांकि दोनों नेता 24 घंटे में ही अपने बयान से पलट गए हैं।
दोनों नेताओं वीडियो के जरिए अपने बयान को तोड़मरोड़कर पेश किए जाने की बात कही है। पर राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि दोनों भाजपा नेता 24 घंटे में ही अपने बयानों से पलट गए?
बता दें कि भाजपा के शीर्ष नेताओं के अलावा प्रदेश संगठन भी लोकसभा चुनाव में हार की लगातार समीक्षा कर रहा है। इसमें यह भी देखा जा रहा है कि किस-किस विधायक या मंत्री के क्षेत्र में भाजपा को कम वोट मिले हैं।
इस तरह से हो रही समीक्षा में खुल रही पोल ने ऐसे तमाम विधायकों और मंत्रियों की जनता पर ढीली पड़ती पकड़ को साबित कर रही है। ऐसे में इन विधायकों को 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपने टिकट की चिंता सताने लगी है।