
महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह
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भाजपा ने 98 संगठनात्मक जिलों में जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के लिए पर्यवेक्षक तैनात किए हैं। पर्यवेक्षक जिलों में जाकर स्थानीय पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से रायशुमारी के बाद 15 जुलाई तक तीन से चार नाम का पैनल प्रदेश मुख्यालय को देंगे। पार्टी के अवध, कानपुर, काशी, गोरखपुर, पश्चिम और ब्रज क्षेत्र की क्षेत्रीय टीमों के गठन के लिए भी क्षेत्रीय अध्यक्षों को 15 जुलाई तक पैनल देना है। रविवार को आयोजित प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने 25 जुलाई तक नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के संकेत दिए।
प्रदेश मुख्यालय में आयोजित बैठक में महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने कहा कि पर्यवेक्षक जिले में जाकर वहां के प्रदेश पदाधिकारी, क्षेत्रीय पदाधिकारी, सांसद, विधायक और एमएलसी से रायशुमारी कर पैनल तैयार करें। पर्यवेक्षक स्वयं को नेता शो न करें और न ही किसी प्रकार का हल्ला करें। जिलाध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर सोशल मीडिया या मीडिया से भी चर्चा नहीं करना है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में सभी 80 सीटें जीतनी है। केवल मैनपुरी और रायबरेली ऐसी सीटें हैं जो 2014 और 2019 में भी नहीं जीत सके थे। लेकिन 2024 में इन दोनों सीटों पर भी जीत के लक्ष्य के साथ चुनाव में जुटना है। उन्होंने कहा कि 18 जुलाई तक टिफिन बैठक, संपर्क से समर्थन और घर-घर जनसंपर्क के कार्यक्रम जारी रहेंगे।
लखनऊ में प्रदेश उपाध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, प्रयागराज में प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला, वाराणसी में प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य, आगरा में प्रदेश महामंत्री संजय राय, बाराबंकी में एमएलसी अश्विनी त्यागी को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।
महाजनसंपर्क अभियान में खुली सांसदों की पोल
भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्षों ने बैठक में महाजनसंपर्क अभियान का रिपोर्ट कार्ड पेश किया। क्षेत्रीय अध्यक्षों ने जिन लोकसभा क्षेत्रों में रैलियों में अच्छी भीड़ जुटी उनकी प्रशंसा की। वहीं करीब एक दर्जन से अधिक लोकसभा क्षेत्रों में भीड़ न जुटने की बात भी रखी। भीड़ न जुटने के लिए सीधे तौर पर सांसद और पार्टी के जिलाध्यक्ष को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। गोरखपुर क्षेत्र में घोसी, लालगंज और आजमगढ़ में रैली फेल रही। जबकि ब्रज व पश्चिम क्षेत्र में मैनपुरी, फिरोजाबाद, एटा लोकसभा क्षेत्र, सहारनपुर, मुरादाबाद, बागपत, शामली, अमरोहा में रैली उम्मीद के हिसाब से नहीं रही। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस पर चिंतन होना चाहिए कि रैलियां सफल क्यों नहीं हुई।
11 जुलाई से बूथ अध्यक्ष संवाद कार्यक्रम
महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने बैठक में बताया कि 11 जुलाई से बूथ अध्यक्ष संवाद कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। पार्टी के पदाधिकारियों को प्रतिदिन मोबाइल पर दो बूथ अध्यक्षों से संवाद के लिए संदेश भेजा जाएगा। पदाधिकारी उन बूथ अध्यक्ष से फोन पर संवाद कर बूथ कमेटी के गठन, पन्ना प्रमुख की तैनाती, बूथ के मतदाताओं का रुझान, बूथ के क्षेत्र में माहौल सहित अन्य विषयों पर बात करेंगे। सिंह ने बताया कि महाजनसंपर्क अभियान के बाद एक-एक पदाधिकारी को सौ-सौ बूथ की जिम्मेदारी दी जाएगी। सौ बूथों पर चुनाव पूर्व की सभी तैयारियों की जिम्मेदारी संबंधित पदाधिकारी की होगी। पदाधिकारी को सप्ताह में दो से चार बूथ पर प्रवास करना होगा।
फोटो अपलोड न कर फंस गए भाजपा नेता
बैठक में सामने आया कि महाजनसपंर्क अभियान के तहत घर घर जनसंपर्क, लाभार्थी संपर्क, संपर्क से समर्थन सहित अन्य कार्यक्रमों की फोटो सरल एप पर अपलोड न करना भारी पड़ गया है। भले ही प्रदेश भर में बड़ी संख्या में कार्यक्रमों का आयोजन हुआ, लेकिन फोटो एप पर अपलोड न होने से केंद्रीय कार्यालय ने कार्यक्रम के आयोजन को नहीं माना है। उधर, पश्चिमी यूपी के दिल्ली की सीमा से जुड़े गाजियाबाद, नोएडा सहित अन्य जिलों से समस्या सामने आई है कि वहां मोबाइल नेटवर्क दिल्ली से जुड़ा होने के कारण मिस्ड कॉल दिल्ली भाजपा के खाते में जा रहे हैं। महामंत्री संगठन ने बैठक में स्पष्ट कहा कि प्रत्येक कार्यक्रम की फोटो एप पर अपलोड अवश्य करनी है।
जयंत चौधरी का स्वागत है : भूपेंद्र
लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल के भाजपा से गठबंधन की चर्चा के बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि यदि जयंत चौधरी वैचारिक रूप से भाजपा के साथ आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काम करना चाहते हैं तो उनका स्वागत है। चौधरी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में किस दल से गठबंधन करना है यह पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को तय करना है। केंद्रीय नेतृत्व का जो भी निर्णय होगा वह उसका स्वागत करेंगे।