
मूल्यांकन बहिष्कार के चलते बागला इंटर कॉलेज मूल्यांकन केन्द्र पर पसरा सन्नाटा
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मुजफ्फरनगर में शिक्षक की हत्या का विरोध प्रदेश भर के शिक्षक कर रहे हैं। इसी क्रम में 19 मार्च को हाथरस के शिक्षकों का भी गुस्सा फूट पड़ा। आक्रोशित शिक्षकों ने तीनों मूल्यांकन केंद्रों पर यूपी बोर्ड के मूल्यांकन के कार्य का बहिष्कार कर दिया। तीनों केंद्रों पर शोक सभा आयोजित हुई। शिक्षकों जमकर नारेबाजी भी की।
वाराणसी से हाईस्कूल की उत्तरपुस्तिकाएं लेकर मुजफ्फरनगर पहुंचे सहायक अध्यापक के दस्ते के साथ चल रहे सिपाही ने कारबाइन से गोली मारकर शिक्षक की हत्या कर दी थी। दोनों में तंबाकू को लेकर विवाद हुआ था। पुलिस ने हत्यारोपी सिपाही को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना के विरोध में प्रदेशभर के शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है। 19 मार्च को हाथरस के शिक्षकों का गुस्सा भी फूट पड़ा।
शिक्षकों ने सरस्वती इंटर कॉलेज, पीबीएएस इंटर कॉलेज व श्री अक्रूर इंटर कॉलेज पर चल रहे यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का बहिष्कार कर दिया। तीनों मूल्यांकन केंद्रों पर शोक सभा आयोजित हुईं। सरस्वती इंटर कॉलेज पर शिक्षकों ने जमकर नारेबाजी की। शिक्षक दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे। इस दौरान हत्यारे को फांसी दो के नारे भी लगे।
सरस्वती इंटर कॉलेज पर शोक सभा में पूर्व शिक्षक विधायक जगवीर किशोर जैन भी पहुंच गए। जगवीर किशोर जैन ने कहा कि शिक्षक की हत्या की घटना निंदनीय है। रक्षक ही भक्षक बन गया। मृतक के आश्रितों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा व उनकी पत्नी को शैक्षिक योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी दी जाए। शिक्षकों को ट्रक से भेजने की व्यवस्था को भी बदला जाए। शोक सभा में मुकेश शर्मा, रनवीर सिंह, चंद्रवीर सिंह, डॉ. मनोज शर्मा, सत्यभान गुप्ता आदि मौजूद रहे।