बदायूं के कुंवरगांव कस्बे के वार्ड नंबर तीन, रामलीला मैदान के पास बृहस्पतिवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब सत्यवीर के घर में अचानक भीषण आग लग गई। आग इतनी तेज थी कि देखते ही देखते घर के दो कमरों में रखा सामान जलकर राख हो गया। आग की तपिश से लिंटर और दीवारों में दरारें पड़ गईं। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग को बुझाया।
सत्यवीर सुबह काम से घर से बाहर गए थे। उनकी मां ऊषा भारती पूजा घर में दीपक जलाकर घर में ताला लगाकर बच्चों के साथ बदायूं चली गई थीं। इसी दौरान पड़ोस में रहने वाले उनके चाचा प्रदीप कुमार ने घर से धुआं निकलता देखा। उन्होंने शोर मचाया। फायर ब्रिगेड व पुलिस को सूचना दी। मकान में आग लगने से मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई।
आसपास मौजूद महिलाएं और बच्चे फूट-फूटकर रोने लगे। आग की लपटें और काला धुआं देख लोगों में दहशत फैल गई। घटना के समय घर के बाहर वाले कमरे में सत्यवीर की दादी रज्जो देवी मौजूद थीं। प्रदीप कुमार ने जान की परवाह किए बिना उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। इसके बाद उन्होंने रसोई में रखे गैस सिलिंडर को भी बाहर निकालकर खुले स्थान पर रख दिया।