
रक्षक अकादमी दुर्गाकुंड के बेसमेंट की जांच करने पहुंची वीडीए की टीम।
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शहर के अधिकांश भवनों के बेसमेंट का व्यावसायिक इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे करोड़ों की कमाई होती है। पार्किंग और स्टोर वाले स्थानों को भी भवन स्वामी बेच देते हैं, उन्हें किराए के रूप में लाखों रुपये मिलते हैं। इसी लालच में ज्यादातर भवन स्वामी बेसमेंट को बेचने का धंधा चला रहे हैं।
वीडीए ने शहर को पांच जोन में बांटा है। इन सभी जोन में बने अधिकांश भवनों के बेसमेंटों का इस्तेमाल गलत तरीके से किया जा रहा है। खुद वीडीए की जांच में इसका खुलासा हो चुका है। सवाल उठता है कि जब ये भवन बन रहे थे तब वीडीए के अधिकारी कहां थे।
वीडीए के जेई व जोनल अधिकारियों की मिलीभगत से बेसमेंट का गलत इस्तेमाल हो रहा है। पिछले साल शासन के निर्देश पर चले अभियान के दौरान आउटर इलाकों में बड़ी संख्या में अवैध निर्माण मिला था। अखरी, चुनार रोड, अवलेशपुर, चितईपुर, जौनपुर, आजमगढ़, गाजीपुर, प्रयागराज, चंदौली, मिर्जापुर, भदोही जाने वाले मार्ग पर अवैध निर्माण चल रहे हैं। इन निर्माणों में जेई, सुपरवाइजर और वार्ड के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तक मिले होते हैं।