
बाईपास पर मिट्टी डालकर बंद किया गया
इन्हौना (अमेठी)। रायबरेली-इन्हौंना मार्ग पर सेमरौता के पास स्थित नैया नाले का पुल निर्माण कार्य अधूरा है, इसी बीच आवागमन के लिए बनाए गए अस्थाई रास्ते और बाईपास बंद कर दिया गया है। चार दिनों से बाईपास बंद होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। करीब एक लाख की आबादी करीब 12 किमी को चक्कर लगाने को मजबूर हैं।
इन्हौना-रायबरेली मार्ग पर गुमिया ड्रेन पर निर्माणाधीन पुल का कार्य पूरा किए बिना ही रास्ता बंद करने से आम आदमी की परेशानी बढ़ गई है। लोक निर्माण विभाग ने चार दिनों से चुप्पी साध रखी है। मार्ग पर छोटे दोपहिया वाहन तो खतरा मोल लेकर नाला पार कर ले रहे हैं, लेकिन तीन व चार पहिया वाहनों को लंबा चक्कर लगाना मजबूरी हो गई है।
रविवार को रास्ता बंद होने के बाद शुक्रवार को पांच दिन बीत चुके हैं। स्थानीय लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। अहोरवा भवानी मंदिर में आषाढ़ माह का मेला लगने से श्रद्धालुओें को खासी दिक्कत झेलनी पड़ रही है। स्थिति यह है कि यदि किसी को पुल इधर से उधर जाना है तो लंबा चक्कर लगाना तय है। यदि किसी को सेमरौता से रतवलिया मैनझार जाना है तो उसे बसंतपुर, पठखौली, गोधना, कादिल का पुरवा, सर्वजीत की बाजार होते हुए सिंहपुर चौराहा से घूमकर पास में मौजूद गांव में पहुंचना पड़ रहा है।
इन गांवों के लोगों की बढ़ी परेशानी
मुख्य रूप से सेमरौता, खेखरुआ, तिवारीपुर, ठोकरपुर, रामपुर पंवारा, कल्याणपुर, अकबरपुर फर्शी, कमाई, किशुनपुर, सिंहपुर, अहोरवा भवानी, खारा, पड़रावा, पंहौना, जयनगरा प्रेम गढ़ी, बसंतपुर आदि गांव हैं। आसपास के गांवों के लोग भी इस रास्ते का उपयोग करते हैं।
3.3 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा पुल
अमेठी सिटी। रायबरेली-इन्हौंना मार्ग पर नैया नाले का पुल करीब 65 वर्ष पुराना हो गया था। इसके बाद नए पुल का प्रस्ताव पास हुआ। पुराने पुल को तोड़कर छह माह से नए पुल का निर्माण किया जा रहा है। करीब 70 फीसदी कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके लिए तीन करोड़ 30 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं। लोगों के आवागमन के लिए पुल के बगल में ही नाले में दो पाइप डालकर रास्ता बना दिया गया है। बरसात में नाला उफनाने के बाद यह मार्ग बंद कर दिया गया है। जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
रविवार तक खोलेंगे रास्ता
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता रमेश चंद्र ने बताया कि अधिक बारिश से नाला उफना गया था, जिससे बाईपास मार्ग टूट गया है। उसे रिपेयर किया जा रहा है। दो पहिया वाहन उधर से गुजर पा रहे हैं, वहीं मिट्टी गीली होने के चलते अभी बड़े वाहनों के लिए रास्ता नहीं खोला गया है। रविवार तक बड़े वाहनों के लिए रास्ता खोल दिया जाएगा।