श्रावस्ती। मिस्बाह हाॅस्पिटल में 25 अगस्त को हुई जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में आखिरकार रविवार रात इकौना पुलिस ने नर्सिंग होम संचालिका के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने सीएचसी इकौना के अधीक्षक की तहरीर पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इकौना कस्बा स्थित मिस्बाह हाॅस्पिटल में 25 अगस्त को प्रसव कराने आई हसना भारी निवासी अंजना (35) व उसके बच्चे की प्रसव के दौरान मौत हो गई थी। इस समाचार को अमर उजाला ने 26 अगस्त के अंक में जच्चा-बच्चा के मौत के बाद हंगामा, नर्सिंग होम सील शीर्षक से प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था।
इसे 28 अगस्त को राज्य मानवाधिकार आयोग ने स्वत: संज्ञान लेते हुए आयोग के सदस्य न्यायमूर्ति राजीव लोचन महरोत्रा ने डीएम व सीएमओ को आदेश जारी कर संयुक्त जांच कराकर नौ सितंबर तक आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था। इसी दिन डीएम अजय कुमार द्विवेदी ने सीएमओ डाॅ. एपी सिंह को तलब कर एफआईआर कराने का निर्देश दिया था।
इसके बावजूद मामला दर्ज नहीं हुआ। डीएम की सख्ती के बाद हरकत में आए विभाग ने सीएचसी इकौना के अधीक्षक डाॅ. आशीष कुमार श्रीवास्तव की तहरीर पर रविवार देर रात इकौना पुलिस ने नर्सिंग होम संचालिका शेख अंजुम परवीन के विरुद्ध संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
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नर्सिंगहोम की समाप्त हो चुकी थी वैधता
मिस्बाह हास्पिटल में 25 अगस्त को हुई जच्चा-बच्चा की मौत की सूचना के बाद पुलिस बल के साथ पहुंचे एसडीएम इकौना ओम प्रकाश ने प्रकरण को गंभीरता से लिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिनगा भेजा गया। वहीं नर्सिंग होम में भर्ती तीन अन्य मरीजों को सीएचसी अधीक्षक ने एंबुलेंस से सीएचसी भेजा। इसी दिन देर रात एसडीएम ने नर्सिंग होम को सील कर इसकी रिपोर्ट डीएम को भेजी। एसडीएम की रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने सीएमओ को न सिर्फ एफआईआर कराने का निर्देश दिया था। बल्कि टीम गठित कर जांच कराने का आदेश भी दिया था। जांच में पता चला कि नर्सिंग होम की वैद्यता समाप्त हो चुकी थी जिसका नवीनीकरण भी नहीं हुआ था।
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पुलिस करेगी आगे की कार्रवाई
जच्चा बच्चा मौत के मामले में मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है। अब आगे की कार्रवाई पुलिस को करनी है।
-डाॅ. आशीष कुमार श्रीवास्तव, सीएचसी अधीक्षक