
भारतीय न्याय संहिता।
– फोटो : अमर उजाला।
विस्तार
भारतीय न्याय संहिता लागू हो चुकी है। नए कानून में आम जनता की सहूलियत का ख्याल रखा गया है। भारतीय दंड संहिता में धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ धारा 420 में केस दर्ज होता था। मगर, नई व्यवस्था में धारा 318 (4) लगेगी।
एडीजीसी आदर्श चौधरी ने बताया कि धोखाधड़ी के साथ ही कूटरचित दस्तावेज तैयार करने की आईपीसी की धारा 467 की जगह बीएनएस की धारा 338, 468 की जगह 336 (3) और 471 की जगह 340 (2) लगेगी। वहीं दुष्प्रेरण, आपराधिक षडयंत्र और प्रयत्न के मामलों में धारा 34 की जगह 3 (5), 149 की जगह 190, 120 बी की जगह 61 और 511 की जगह धारा 62 को लगाया जाएगा।