
भारत के साथ ही वह नेपाल में भी धर्मांतरण की मुहिम में शामिल रह चुका है। इस पूरी कहानी को समझने के लिए नेपाल से लगे उत्तर प्रदेश के सात जिलों की स्थिति देखनी और परखनी होगी। फिलहाल पूरा बलरामपुर जिला अब भी सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील बना हुआ है।
छांगुर उर्फ जमालुद्दीन, नीतू उर्फ नसरीन और नवीन…बलरामपुर से पांच प्रदेशों में चल रहे धर्मांतरण के खेल के अब तक यही तीन अहम किरदार सामने आए हैं। पूरा आरोप इन्हीं पर मढ़ा गया और कार्रवाई भी इन्हीं पर केंद्रित रही, लेकिन कुछ जांच एजेंसियों के अनुसार ये तीनों तो बस मोहरे हैं। पूरे खेल का प्रमुख तार सादुल्लानगर क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। धर्मांतरण के मामले में सादुल्लानगर क्षेत्र करीब दस वर्ष से संवेदनशील रहा है। हाल में शासन को भेजी रिपोर्ट में भी इस क्षेत्र की स्थिति चिंताजनक बताई गई है।
12 जून 23 से 28 जून 2024 तक बलरामपुर के जिलाधिकारी रहे अरविंद सिंह ने तो यहां पुलिस और धर्मांतरण करने वालों के गठजोड़ को बेनकाब करते हुए कार्रवाई की संस्तुति भी की थी।
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Chhangur baba case
– फोटो : अमर उजाला
इसी बीच उनका तबादला कर दिया गया और जांच रिपोर्ट फाइलों में दबा दी गई। उनकी रिपोर्ट का असर तत्कालीन एसपी पर भी पड़ा। उन्हें भी हटाया गया। कुछ दिन साइडलाइन रहे। अब अयोध्या मंडल में फिर एक संवेदनशील जिले की जिम्मेदारी मिली हुई है।
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छांगुर बाबा
– फोटो : एएनआई
जांच एजेंसियों के अनुसार बलरामपुर में धर्मांतरण का मुख्य साजिशकर्ता छांगुर, नीतू और नवीन से इतर कोई दूसरा है। उसकी जड़ दुबई, कतर, सऊदी अरब और पाकिस्तान में भी मजबूती से जमी हुई है।
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छांगुर उर्फ जमालुद्दीन
– फोटो : ANI
भारत के साथ ही वह नेपाल में भी धर्मांतरण की मुहिम में शामिल रह चुका है। इस पूरी कहानी को समझने के लिए नेपाल से लगे उत्तर प्रदेश के सात जिलों की स्थिति देखनी और परखनी होगी। फिलहाल पूरा बलरामपुर जिला अब भी सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील बना हुआ है।
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नीतू उर्फ नसरीन व छांगुर।
– फोटो : amar ujala
तत्कालीनन थाना प्रभारी पर लगे गंभीर आरोप
वर्ष 2024 में सादुल्लानगर के तत्कालीन थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगे। यहां पुलिस और अपराधियों के गठजोड़ की शिकायत अपर मुख्य सचिव गृह एवं गोपन विभाग के साथ ही अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री से भी की गई। 18 जून 2024 में दोनों अधिकारियों को पत्र लिखा गया।