आजमगढ़ जिले के सिधारी थाना क्षेत्र में पठान टोला निवासी मासूम को आरोपी पड़ोसी घुमाने के बहाने ले गया। इसके बाद झूला झुलाया फिर उसको गायब करके उसकी हत्या कर दी। वहीं वारदात के बाद आरोपी मासूम के घर जाकर पूछता रहा अभी मिला कि नहीं। दूसरे दिन लापता सात वर्षीय शाजेब अली का शव उसके घर के बगल में लगे गेट पर तार में बोरे में लटका मिला।


2 of 7
घटना के बाद रोती- बिलखती मां व अन्य लोग
– फोटो : अमर उजाला
पुलिस की जांच में सामने आई हत्या की वजह
पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने जमीनी विवाद और व्यावसायिक स्पर्धा में मासूम की हत्या की थी। एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि अब तक की जांच में यह पता चल रहा है कि परिजन जिस पर आरोप लगा रहे हैं, उसी की छत पर खून के निशान मिले हैं। मामले की जांच की जा रही है। जांच में स्पष्ट होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

3 of 7
घटना के बाद मौके पर मौजूद पुलिस
– फोटो : अमर उजाला
बुधवार को लापता हुआ था मासूम
सिधारी थाना क्षेत्र के पठान टोला निवासी मुकर्रम अली का पुत्र शाजेब अली बुधवार की शाम घर से निकला था और लापता हो गया था। परिजनों ने शाम करीब सात बजे इसकी सूचना पुलिस को दी थी। मासूम शाजेब की मां जैस्मिन ने बताया कि आरोपी शैलेन्द्र निगम उर्फ मंटू उनके पुत्र को घुमाने लेकर गया था। इसके बाद उसे झुला झुलाया। इसके बाद से शाजेब लापता हो गया।
इसे भी पढ़ें; आजमगढ़ में खौफनाक वारदात: पड़ोसी ने सात साल के बालक की हत्या कर शव बोरे में भरकर गेट पर टांगा, रंजिश में घटना

4 of 7
बच्चे की मां व बोरे में टांगा गया शव व बालक की फाइल फोटो
– फोटो : अमर उजाला
बार- बार शाजेब का हाल पूछता रहा आरोपी
शाजेब की मां ने बताया कि मंटू बार-बार उसके घर आकर पूछ रहा था कि शाजेब मिला या नहीं। मां ने बताया कि शाजेब के पिता के मोबाइल पर बृहस्पतिवार की सुबह करीब सात बजे 12 लाख की फिरौती के लिए फोन आया था। पुलिस अभी तलाश कर रही थी कि शाजेब का शव उसके घर के बगल में ही मिला। परिजनों ने बच्चे के गायब होने के बाद पड़ोसी शैलेन्द्र निगम उर्फ मंटू पर हत्या करने का आरोप लगाया था। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही थी।
इसे भी पढ़ें; आजमगढ़ में बालक की हत्या: बोरे में शव देख बिलखते हुए बोली मां, बेटा कहता था ‘मम्मा मैं पढ़कर कामयाब बनूंगा’

5 of 7
मृतक शाजेब अली की फाइल फोटो
– फोटो : परिजन
फिरौती के लिए आया था फोन
एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि परिजनों ने बताया कि सुबह सात बजे एक कॉल फिरौती के लिए आई थी। सर्विलांस टीम पता लगा ही रही थी कि दिन में करीब 11 बजे बच्चे का शव बोरे में तार से लटकता मिला। जो फोन आया था, वह परिजनों को और पुलिस को भटकाने के लिए आया था।