
लिवर
– फोटो : प्रतीकात्मक तस्वीर
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उत्तर प्रदेश के आगरा में एसएन मेडिकल कॉलेज में क्रॉनिकल लिवर डिजीज (सीएलडी) के मरीज बढ़ गए हैं। अनियंत्रित खानपान और शराब के अधिक सेवन से लिवर खराब हो रहा है। गंभीर स्थिति में मरीज एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में पहुंच रहे हैं।
मेडिसिन विभाग के बेड लिवर के गंभीर मरीजों से भरे हुए हैं। विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. मनीष बंसल ने बताया कि हर इमरजेंसी में लिवर तीन से चार गंभीर मरीज भर्ती हो रहे हैं। मरीज खून की उल्टियां होने, पेट फूलने आदि की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं।
शराब व सिगरेट से भी बचें
15 से 20 दिनों के उपचार के बाद मामूली सुधार के साथ मरीजों को डिस्चार्ज किया जा रहा है। खानपान ठीक न होने और शराब व सिगरेट के अधिक सेवन से स्थिति बिगड़ रही है। डायबिटीज व मोटापे की वजह से भी समस्या हो रही है। डॉ. बंसल का कहना है कि जिस अवस्था में मरीज पहुंच रहे हैं, उपचार के लिए अधिक कुछ बचता नहीं।
शुरुआती लक्षण दिखें तो डॉक्टर से लें सलाह
मरीजों को शुरूआती लक्षण दिखने पर ही चिकित्सकों से परामर्श लेना चाहिए। इसमें खाने के बाद अपच होना, नींद के पैटर्न में बदलाव, भूख न लगना आदि लक्षण है। मरीज शुरूआती स्तर पर पहुंच जाएं तो इलाज से ठीक हो सकते हैं। लोगों को अपने खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। जीवनशैली व्यवस्थित रखें। शराब और सिगरेट के सेवन से बचें।