
शहर के सोनिया नगर मोहल्ला में बारिश से हुए जलभराव से होकर छोटी नाव के सहारे इस तरह निकलते लोग।
– फोटो : अनुराग श्रीवास्तव
रायबरेली। जिले में पहली बार हुई तेज बारिश से शहर के 10 मोहल्ले टापू बन गए। पानी घुसने से घरों में जमीन पर रखा सामान बर्बाद हो गया। सोनिया नगर में लोगाें को आने-जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ा। देहात क्षेत्रों में भी जलभराव के कारण लोगों को घरों तक पहुंचने में मशक्कत करनी पड़ी। जिला कृषि अधिकारी अखिलेश पांडेय ने बताया कि जिले में 85 मिमी. बारिश हुई है। यह बारिश धान की फसल के लिए अच्छी है।
मंगलवार रात करीब नौ बजे से शुरू हुई बारिश शनिवार सुबह नौ बजे तक रुक-रुककर होती रही। करीब 12 घंटे हुई बारिश से शहर के कई मोहल्ले पानी से लबालब हो गए। कल्लूू का पुरवा, महानंदपुर, सोनिया नगर, नया पुरवा, बहराना, सर्वोदय नगर, आचार्य द्विवेदी नगर, लखपति नगर, प्रगतिपुरम समेत 10 मोहल्ले टापू बन गए। कई मोहल्लों में घरों में पानी भर गया।
सोनिया नगर में लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ा। मोहल्ला निवासी अरविंद, सविता, आशुतोष कुमार ने बताया कि बारिश होने पर हम लोगों को जलभराव से जूझना पड़ता है। पालिका के जिम्मेदार पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं। घरों में पानी घुसने से गृहस्थी का सामान बर्बाद हो गया।
नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी स्वर्ण सिंह ने बताया कि पानी निकासी कराई जा रही है। ऊंचाहार, महराजगंज, सतांव, जगतपुर, राही समेत पूरे ब्लॉक क्षेत्रों में जलभराव होने के कारण लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी।
सरकारी दफ्तरों के बाहर भी रहा जलभराव, अफसर भी रहे हलाकान
जिले के सरकारी दफ्तरों के बाहर भी पानी भर गया। इससे अधिकारी भी परेशान रहे। विकास भवन, कलेक्ट्रेट के अलावा महिला-पुरुष जिला चिकित्सालय, जलकल कार्यालय परिसर समेत अन्य सरकारी दफ्तरों के बाहर पानी भरा रहा। इससे अधिकारियों व कर्मचारियों को दफ्तर आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा।
24 मड व सात पंपों से निकलवाया गया पानी
शहर में जलभराव की समस्या से जूझ रहे नागरिकों को राहत दिलाने के लिए नगर पालिका की टीम पानी निकासी करती नजर आई। शहर के विभिन्न स्थानों पर स्थापित 24 मड व सात पंप सेट (इंजन चालित) से पानी निकासी कराई जा रही है। जलकल विभाग के जेई नीरज कुमार ने बताया कि सोनिया नगर, लखपति नगर, प्रगतिपुरम, नया पुरवा, विकास भवन, आयुर्वेदिक अस्पताल के पास जलभराव की ज्यादा शिकायत थी, जहां पर मड पंप व पंप सेट के जरिए पानी निकासी कराई जा रही है।