
विरोध में जाम लगाए लोग
भादर (अमेठी)। पैसे के लेनदेने में हुई नाबालिग छात्र की हत्या के मामले में शनिवार रात पुलिस और परिजनों के बीच जमकर झड़प हुई। पुलिस की कार्रवाई से नाराज परिजनों व ग्रामीणों ने विरोध किया। साथ ही भादर चौराहे पर जाम लगाने की कोशिश की।
इधर पुलिस कर्मियों ने पीड़ित परिवार के लोगों का मोबाइल छीनने और हाथापाई करने का प्रयास किया। जिसका वीडियो भी रविवार को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। रविवार को पोस्टमार्टम के बाद छात्र प्रखर का शव गांव पहुंचा। गमगीन माहौल में शव का अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस ने मामले में नामजद नाबालिग को बाल संरक्षण गृह भेज दिया है।
रामगंज थाना क्षेत्र के उदयनगर (घोरहा) गांव निवासी प्रमोद कुमार गुप्ता का 14 वर्षीय पुत्र प्रखर गुप्ता 18 अप्रैल को थाना क्षेत्र के चौधरी चरण सिंह इंटर काॅलेज, परसरामपुर से वापस घर जाते समय अचानक गायब हो गया था। छात्र की मां गुड्डी देवी की तहरीर पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की थी। परिजनों की शिनाख्त पर किशोर की साइकिल क्षेत्र के पाठक का पुरवा मजरे भावापुर गांव निवासी एक किशोर के घर से पुलिस ने बरामद की था। पुलिस ने संदिग्ध किशोर से पूछताछ भी की थी। किशोर की निशानदेही पर शनिवार को छात्र का शव मालती नदी किनारे बरामद किया था।
इस बीच शव देखने के लिए परिवार के लोग थाने पहुंचे थे, तब उन्हें शव देखने को नहीं मिला। पुलिस का दावा था कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। बिना परिवार के सदस्यों को शव दिखाए पोस्टमार्टम के लिए भेजने पर ग्रामीण भड़क उठे। पुलिस कर्मियों पर शव न दिखाने का आरोप लगा विरोध शुरू कर दिया। मोबाइल से वीडियो भी बनाने लगे। पुलिस कर्मियों व मृतक के परिजनों में तीखी नोकझोंक हुई। इससे जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
मृतक के परिवार वाले पुलिस पर मोबाइल छीनने व हाथापाई करने का आरोप लगाते दिख रहे हैं। इसी बीच गुस्साई भीड़ ने दुर्गापुर- अमेठी मार्ग पर स्थित भादर चौराहे पर जाम लगाने का प्रयास किया। हालांकि बाद में सीओ अमेठी लल्लन सिंह ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद लोग शांत हुए।
थानाध्यक्ष देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपी किशोर खिलाफ केस दर्ज कर उसे बाल संरक्षण गृह भेज दिया गया है। परिजनों द्वारा पुलिस पर आरोप लगाना मनगढ़ंत व बेबुनियाद है।
भैया हमार छोड़ के चला गयन
चौदह वर्षीय किशोर का शव जब गांव पहुंचा तो वहां कोहराम मच गया। परिवार के लोग व रिश्तेदार शव देखकर दहाड़े मार रोने लगे। मृतक प्रखर की मां व भाई व अन्य परिजन बेटे का नाम लेकर चीख-पुकार कर रहे थे। परिजनों की करूण वेदना से मौजूद लोगों की आंखे नम हों गईं। मृतक की मां गुड्डा देवी का रोकर बुरा हाल है। मां बिलख कर कहती है रही कि भईया कै मुंह देखई का न पाए। सीधा साधा भैया हमार छोड़ के चला गयन। पिंटू भी भाई की मौत से गमजदा है।
रुपये लेने के लिए बना रहा था दबाव
परिजनों के मुताबिक प्रखर एक एंड्रायड मोबाइल अपने दोस्त को बेंचा था। जिसमें एक हजार रुपये बकाया था। कई बार बकाया मागा लेकिन रुपये नहीं मिले। वह रूपये लेने का दबाव बना रहा था। जिससे नाराज होकर दोस्त ने ही प्रखर की हत्या कर दी।