उरई। ननिहाल में रहकर नौवीं की पढ़ाई कर रही छात्रा ने घर के कमरे में लगे हुक से साड़ी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। परिजन जब कमरे में पहुंचे तो फंदे पर शव लटकता देख उनके होश उड़ गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच-पड़ताल की।
कुठौंद थाना क्षेत्र के पीपरी नौरेजपुर गांव निवासी रामसागर की 15 वर्षीय बेटी गुनगुन उर्फ शीलू आठवीं की पढ़ाई करने के बाद पिछले एक वर्ष से शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला उमरारखेरा निवासी अपने मामा रविकांत के यहां रहकर एसआर इंटर कालेज में नौवीं की पढ़ाई कर रही थी। शनिवार की सुबह वह घर पर अकेली थी, तभी उसने फंदा लगाकर जान दे दी।
मामा रविकांत ने बताया कि गुनगुन के पिता रामसागर मजदूरी करते हैं। उनकी चार बेटियों में शीलू सबसे बड़ी थी। उसने आत्महत्या क्यों की परिजन इसकी वजह नहीं बता पाए। छात्रा की मौत से मां ममता सहित अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। कोतवाल वीरेंद्र कुमार पटेल का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। परिजन कोई वजह नहीं बता पा रहे हैं। जांच-पड़ताल की जा रही है।
उरई। मां ममता को जब गुनगुन के आत्महत्या करने की खबर मिली तो वह बेसुध हो गईं। पिता ने बताया कि पढ़ने में होशियार होने की वजह से आठवीं के बाद बेटी की अच्छी पढ़ाई के लिए उसे मामा के यहां उरई भेजा था। वह फोन पर अक्सर कहा करती थी कि पढ़ाई करने के बाद कुछ बनकर जरूर दिखाउंगी।
