मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने राम जन्मभूमि का जिक्र कर श्रीकृष्ण जन्मभूमि का जिक्र छेड़ा। उन्होंने कहा कि अयोध्या में 500 वर्षों के गुलामी के प्रतीक समाप्त हुए…इसके बाद वह और अब श्रीकृष्ण कहते-कहते रुक गए। इसके बाद भले ही उन्होंने श्रीरामलला का मंदिर बनने की बात कही। हालांकि बिना कहे ही लोग यह समझ गए कि सीएम का इशारा श्रीकृष्ण जन्मभूमि की तरफ था।


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मथुरा में सीएम योगी आदित्यनाथ।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
सीएम ने अपने भाषण में आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिलाए पंचप्रण याद दिलाए। उन्होंने कहा कि इन पंचप्रण में गुलामी के अंशों को सर्वथा समाप्त करना, स्वदेशी को जीवन का मंत्र बनाना, विरासत के संरक्षण के लिए कार्य करना, देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले और देश के अंदर आंतरिक सुरक्षा को बेहतर करने वाले सुरक्षाकर्मी और जवानों का सम्मान और समता और सामाजिक एकता के लिए कार्य करना शामिल हैं।

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मथुरा में सीएम योगी आदित्यनाथ।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
सीएम ने कहा कि आज जब काशी जाते हैं, तो काशी पूरे वैभव के साथ दुनिया को आकर्षित कर रही है। इसके बाद जैसे ही अयोध्या की बात आई तो उन्होंने सीधे कहा कि अयोध्या में 500 वर्षों की गुलामी के प्रतीक समाप्त हुए और अब श्रीकृष्ण…इतना कहकर वह रुक गए। यहां से सीएम ने अपनी बात को पलट दिया।

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सीएम योगी आदित्यनाथ।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
सीएम ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण होकर के दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। सीएम के इस बयान पर युवाओं ने पूरे परिसर को योगी-योगी नारों से गुंजायमान कर दिया। दरअसल गुलामी के प्रतीकों को लेकर सीएम का इशारा श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर ही था, लेकिन कुछ मर्यादाओं के चलते उन्होंने यह बात नहीं कही।

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सीएम योगी आदित्यनाथ।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
सीएम ने जन्मभूमि में हरिसिंगार का पौधा रोपा
सीएम योगी ने जन्मभूमि परिसर में पारिजात (हरिसिंगार) का पौधा रोपा। इस पौधे पर चमकीले सफेद फूल खिलते हैं। मान्यता है कि ये फूल भगवान विष्णु को अर्पित किए जाते हैं। औषधि के रूप में भी फूलों का उपयोग किया जाता है। इस पौधे पर खिलने वाले पुष्प बेहद खूबसूरत होते हैं, जिन्हें शास्त्रों में घर के लिए बेहद शुभ माना गया है। पारिजात को हरसिंगार और रात की रानी के नाम से भी जाना जाता है। नारंगी डंठल वाले ये सफेद फूल देर शाम के समय खिलते हैं, जिसकी सुगंध से आसपास का वातावरण बहुत अच्छा हो जाता है और यह घर में सकारात्मकता फैलाता है।
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