राजधानी लखनऊ में बुधवार को ‘मिशन समाधान सीरीज-01’ के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) की 80 हजार छात्राओं से सीधा संवाद किया। यह संवाद आनलाइन जूम पर आयोजित किया गया। इसमें छात्राओं के अलावा 12 हजार से अधिक स्टाफ के लोग भी जुड़े। बातचीत में छात्राओं ने सवाल भी किए। मुख्यमंत्री ने इनका जवाब भी दिया। 

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‘मिशन समाधान’ बेटियों को उनके अधिकार और सुरक्षा के प्रति सजग करने का माध्यम भी बना। साथ ही मुख्यमंत्री के बेटी-सशक्तिकरण मॉडल का मजबूत हिस्सा बनने की ओर अग्रसर हो चुका है। यह पहल मिशन शक्ति, महिला हेल्पलाइन 1090, महिला पीएसी, पॉक्सो जागरुकता अभियान और साइबर सुरक्षा जागरुकता जैसी योजनाओं को मजबूती देने वाली है। यही नहीं यह स्कूल स्तर पर बालिकाओं को आत्मनिर्भरता के रूप में तैयार करने का भी मंचहै।

महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने बालिकाओं को किया संबोधित

इस दौरान महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने भी बालिकाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हर समस्या का समाधान है। पढ़ाई हमें सशक्त बनाती है। आप सही-गलत में फर्क करना सीखें और कभी हिचकिचाएं नहीं। हुनर सीखें, यही आपका आत्मबल है। शिक्षक, अभिभावकों से संवाद करके बेटियों के भविष्य पर विशेष चर्चा करें।

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विशेषज्ञों ने बताई जीवनोपयोगी बातें

कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों में विशेषज्ञों ने बालिकाओं को व्यावहारिक और जीवनोपयोगी बातें बताईं। डॉ. मुकेश कुमार सिंह, वरिष्ठ विशेषज्ञ, बालिका शिक्षा, समग्र शिक्षा, उत्तर प्रदेश ने केजीबीवी में भौतिक एवं वित्तीय प्रावधान पर मार्गदर्शन दिया तो ‘सुरक्षित रहें, खुश रहें’ के दूसरे सत्र में साइबर सुरक्षा, गुड टच-बैड टच, हेल्पलाइन आदि विषयों पर चर्चा हुई। अर्चना अग्निहोत्री, फाउंडर डायरेक्टर, समाधान अभियान ने तीसरे सत्र में बालिकाओं से सीधा संवाद किया और बताया कि “सवाल पूछने की हिम्मत ही समाधान की पहली सीढ़ी होती है।” अन्तिम सत्र में सुश्री सरिता सिंह द्वारा बालिकाओं के लिए विद्यालय में संचालित होने वाले सुरक्षा-सत्रों की रूपरेखा प्रस्तुत की गई।

बेटियों के आत्मबल की एक नई शुरुआत

12,000 से अधिक शिक्षकीय व सहायक स्टाफ की उपस्थिति, सभी जिला समन्वयकों की सक्रिय भूमिका और बालिकाओं की उत्साही सहभागिता ने इस सीरीज को एक जनांदोलन का रूप दे दिया। यह महज एक वर्चुअल सत्र नहीं, बल्कि बेटियों के आत्मबल की एक नई शुरुआत थी, जिसमें उन्होंने पूरे आत्मविश्वास से कहा, “हम तैयार हैं!”

बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह का कहना है कि बेटियों की सुरक्षा और शिक्षा हमारी प्राथमिकता है। ‘मिशन समाधान’ जैसी पहलों से हम उन्हें न केवल ज्ञान देंगे, बल्कि आत्मविश्वास और सुरक्षा की भावना भी मजबूत करेंगे। योगी सरकार का संकल्प है कि हर बेटी को सशक्त बनाया जाए और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए हर संभव समर्थन दिया जाए।



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