अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। मंडलायुक्त ने बुधवार को आरटीओ ऑफिस में अवैध लोगों की आवाजाही पर अंकुश लगाने के लिए वहां आगंतुक रजिस्टर रखने के निर्देश दिए थे, लेकिन 48 घंटे बाद भी परिवहन विभाग ने इस आदेश का पालन करना जरूरी नहीं समझा। ऑफिस में लोगों की आवाजाही बेरोकटोक बनी रही।
ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना हो या नवीनीकरण कराना हो, परिवहन विभाग द्वारा भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए अपने सभी कार्य ऑनलाइन कर दिए हैं। बावजूद, आरटीओ ऑफिस में दिन भर दलालों की आवाजाही बनी रहती है। इस स्थिति में बदलाव के लिए बुधवार को कमिश्नरी में हुई बैठक में मंडलायुक्त बिमल कुमार दुबे ने निर्देश जारी किए थे। उन्होंने कहा था कि आरटीओ ऑफिस में अवैध लोगों की आवाजाही पर अंकुश लगाने के लिए कार्यालय में आगंतुक रजिस्टर रखा जाए, जिसमें कार्यालय में आने वाले हर व्यक्ति नाम पता अंकित किया जाए। यह व्यवस्था शुक्रवार को भी नजर नहीं आई।
इस बारे में एआरटीओ डा. सुजीत कुमार सिंह ने बताया कि मंडलायुक्त के आदेश का अक्षरश: पालन किया जाएगा। हालांकि, अभी लिखित आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। इसके मिलने पर व्यवस्था बना दी जाएगी।