
एटीएस द्वारा छांगुर की गिरफ्तारी के बाद सरकारी बंजर जमीन पर बनाई गई कोठी ढहाने की कवायद शुरू की गई। पिलर पर बनी 40 कमरों की कोठी को गिराने में प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी। एक मीटर भाग तोड़ने में एक घंटे से अधिक का समय लग रहा था। प्रतिदिन 10-10 घंटे बुलडोजर को चलाया गया। इसके बाद भी दो बिस्वा में बनी कोठी गिराने में तीन दिन लग गए।

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धर्मांतरण की छांगुर स्टोरी: पूरी तरह ध्वस्त हो गया अवैध अड्डा
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
दूसरी कोठी पर ताला लगाकर बढ़ा दी गई निगरानी
इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोठी कितनी मजबूत बनाई गई थी। छांगुर ने एक ही परिसर में दो कोठी और एक अस्तबल बनवाया था। इसमें गेट के बाईं तरफ की कोठी गिरा दी गई है। इसके अलावा दूसरी कोठी वैध होने के कारण उसमें ताला लगा दिया गया है। इसकी निगरानी भी बढ़ा दी गई है।

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धर्मांतरण की छांगुर स्टोरी: पूरी तरह ध्वस्त हो गया अवैध अड्डा
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
एसडीएम राजेंद्र बहादुर ने बताया कि अवैध निर्माण पूरी तरह ढहा दिया गया है। इसके साथ ही मुख्य गेट भी अवैध ही बना था। अंदर एक दूसरा गेट बनाया गया था, जो वैध था। उसे नहीं गिराया गया है।

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छांगुर की आलीशान कोठी पर गरजा बुलडोजर।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
पांच करोड़ की कोठी गिराने में लगे 4.67 लाख
मधपुर में छांगुर ने दो बीघे में एक परिसर का निर्माण कराया था। बताया जाता है कि इस पर 12 करोड़ का खर्च आया था। जिस कोठी को गिराया गया है, उसके निर्माण पर पांच करोड़ रुपये खर्च हुए थे। इसे गिराने में प्रशासन को करीब 4.67 लाख रुपये खर्च करने पड़े। तहसील प्रशासन ने खर्च का ब्यौरा तैयार किया है। इसकी वसूली आरोपी नीतू नसरीन से ही की जाएगी। सीधे धनराशि जमा न करने पर आरसी जारी करके रिकवरी की जाएगी।

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छांगुर के घर चला बुलडोजर
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
ध्वस्त हुआ डिग्री कॉलेज और प्रशिक्षण संस्थान खोलने का सपना
जरायम की दुनिया में कदम रखने का अंजाम मधपुर में बृहस्पतिवार को दिखा। छांगुर की सहयोगी नीतू नसरीन ने डिग्री कॉलेज खोलने का सपना देखा था। वर्ष 2024 में ही सिद्धार्थ विश्वविद्यालय से मान्यता का प्रयास भी किया था। लेकिन, सफलता नहीं मिली थी। इस कोठी का निर्माण बंजर जमीन पर कराया गया था। कोठी के ढहने के साथ ही डिग्री कॉलेज व प्रशिक्षण संस्थान खोलने का सपना भी ध्वस्त हो गया।