बरेली-मथुरा हाईवे पर दिसंबर 2027 से वाहन सरपट दौड़ेंगे। चार पैकेज में 218 किलोमीटर फोरलेन सड़क और पुलों का निर्माण प्रस्तावित किया गया था। मथुरा से हाथरस तक पहले चरण का निर्माण पूरा हो गया है। दूसरे चरण में हाथरस से कासगंज तक निर्माण रफ्तार के साथ चल रहा है। तीसरे चरण में कासगंज से बदायूं तक का निर्माण शुरू हो गया है। अब चौथे पैकेज में बदायूं से बरेली तक का निर्माण होना है। अगले एक महीने में इस चरण में काम शुरू होगा।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की बदायूं स्थित परियोजना के निदेशक उत्कर्ष शुक्ला ने बताया कि 1000 करोड़ की लागत से कासगंज से बदायूं तक 56 किलोमीटर फोरलेन सड़क बननी है। काम शुरू कराया गया है। पांच प्रतिशत काम हो गया है। जबकि चौथे चरण में 38.5 किलोमीटर सड़क का काम शुरू कराने की तैयारी है। इसकी लागत 700 करोड़ है। फिलहाल पेड़ काटे जा रहे हैं। पूरे मार्ग का काम दिसंबर 2027 तक पूरा हो जाएगा।
सफर होगा आसान
मथुरा से बरेली तक फोरलेन सड़क बन जाने के बाद बहुत कुछ बदल जाएगा। पहाड़ों और मथुरा-आगरा के लिए सैलानी इसी फोरलेन से होकर सफर करेंगे। बीच में कछला गंगाघाट और शूकर क्षेत्र सोरों का तीर्थ स्थल को भी नए आयाम मिलेंगे।