
दृष्टि गोयल अपने माता-पिता के साथ
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा के दयालबाग शिक्षण संस्थान के 42वें दीक्षांत समारोह में सर्वोच्च संस्थापक पदक बीटेक अंतिम वर्ष की छात्रा दृष्टि गोयल को दिया गया। पदक हाथ में थामते ही दृष्टि खुशी से चमक उठी। स्नातक स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थी को यह पदक दिया जाता है। दृष्टि को दो निदेशक पदक भी मिले। संस्थान के दीक्षांत सभागार में कुल 153 पदक दिए गए। साथ ही 4828 विद्यार्थियों को समारोह के दिन डिग्री और डिप्लोमा के प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।
इस बार अध्यक्ष पदक तीन विद्यार्थियों को दिया गया। स्नातक स्तर पर सर्वाधिक अंक पाने पर बीवॉक मैनेजमेंट एंड मैन्युफैक्चर ऑफ आयुर्वेदिक ड्रग्स की छात्रा अदिति राठौर को अध्यक्ष पदक दिया गया। परास्नातक स्तर पर अंक समान होने पर दो विद्यार्थियों एमएससी कंप्यूटर साइंस के अमन प्रताप सिंह और तनु कौर को अध्यक्ष पदक दिया गया। वहीं, 149 निदेशक पदक विद्यार्थियों को दिए गए। समारोह में 89 विद्यार्थियों को शोध उपाधि प्रदान की गई।
समारोह की अध्यक्षता डीईआई व राधास्वामी सत्संग सभा, दयालबाग के अध्यक्ष गुर स्वरूप सूद ने की। उन्होंने मुख्य अतिथि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय उच्च शिक्षा विभाग के सचिव के. संजय मूर्ति का परिचय दिया। वह कार्यक्रम में वर्चुअल जुड़े। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति की मंशा के अनुरूप डीईआई में किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
संस्थान के निदेशक प्रो. सी. पटवर्धन ने संस्थान की रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि प्रासंगिकता के साथ उत्कृष्टता हमारा मंत्र है। संस्थान वायु प्रदूषण नियंत्रण में सक्रिय रूप से योगदान देता है। समारोह में डीईआई के शिक्षा सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रो. प्रेम सरन सत्संगी (गुरु महाराज) की भी उपस्थिति रही।