ग्रामीणों का कहना है कि एक साल पहले इस गोशाला में करीब 350 गोवंशी पशु रखे गए थे। लेकिन 2024 में बरसात के मौसम में ईशन नदी में बाढ़ आने के बाद गोशाला बंद कर दी गई थी और इसमें रखे गए पशुओं को छोड़ दिया गया था। इसके बाद से इस गोशाला में ताला लगा है।


Cows are wandering, cow shed built at a cost of Rs. 120 crores is locked

कूड़े के ढेर में चारा तलाशते गोवंश।
– फोटो : संवाद


loader



विस्तार


निराश्रित गोवंशीय पशु सड़कों पर भटक रहे हैं और हसायन क्षेत्र के नगला ब्राह्ममण में 1.20 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए वृहद गोआश्रय स्थल पर पिछले एक साल से ताला लटका लटका हुआ है। पशु पालन विभाग की लापरवाही के चलते यह गोशाला शुरू नहीं हो पाई है।

Trending Videos

ग्रामीणों का कहना है कि एक साल पहले इस गोशाला में करीब 350 गोवंशी पशु रखे गए थे। लेकिन 2024 में बरसात के मौसम में ईशन नदी में बाढ़ आने के बाद गोशाला बंद कर दी गई थी और इसमें रखे गए पशुओं को छोड़ दिया गया था। इसके बाद से इस गोशाला में ताला लगा है। गोवंश इधर-उधर सड़कों और खेतों में भटक रहे हैं। किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। स्थानीय लोगों की ओर से कई बार पशुपालन विभाग इसका संचालन फिर से करने की मांग की गई, लेकिन विभाग कोई ध्यान नहीं दिया।

बारिश होने के कारण यहां के गोवंशों को अन्य जगह शिफ्ट किया गया था। इस साल होने वाली बारिश को देखते हुए अभी गोवंशों को यहां शिफ्ट नहीं किया जा रहा। कोशिश है कि इस गोशाला का फ्लोर थोड़ा ऊंचा कराया जाए, जिससे कि यहां जल्द पानी न भरे।- विजय कुमार यादव, मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी, हाथरस



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *