रुहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली में करोड़ों रुपये का घपला सामने आया है। स्ववित्त पोषित पाठ्यक्रमों से प्राप्त फीस से अधिक 8.47 करोड़ रुपये गेस्ट लेक्चरर के वेतन पर खर्च हो गए। इसका 20 प्रतिशत अंश विश्वविद्यालय निधि में जमा नहीं किया गया। इससे 2.39 करोड़ की क्षति पहुंचाई गई है। 

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वर्ष 2014 से 2022 तक इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडीज इन एजुकेशन (आईएएसई) संकाय संचालित हुआ। इसके लिए अन्य संकायों से सात करोड़ रुपये ऋण लेकर विश्वविद्यालय निधि को क्षति पहुंचाई गई है। चैलेंज मूल्यांकन से मिली फीस के 4.30 करोड़ रुपये का कोई अता-पता नहीं है। लेखा परीक्षा विभाग की ऑडिट में इसका खुलासा हुआ है।

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लेखा परीक्षा विभाग ने वर्ष 2022-23 के ऑडिट में यह मामला पकड़ा है। ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक, जरूरत से अधिक शिक्षकों की नियमित नियुक्ति की गई। इस वजह से आईएएसई संकाय को अन्य संकायों से 6.92 करोड़ रुपये का ऋण लेकर पाठ्यक्रमों का संचालन किया गया। यह स्ववित्त पोषित योजना के विपरीत है।



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