{“_id”:”678dc6a52a5865696c096c9f”,”slug”:”cunning-of-land-mafia-pretense-of-inspection-records-disappeared-from-the-registry-office-2025-01-20″,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”भूमाफिया की चालाकी: मुआयने का बहाना…रजिस्ट्री दफ्तर से रिकॉर्ड हुआ गायब, ऐसे चल रहा फर्जीवाड़ा”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
आगरा सदर तहसील – फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
विस्तार
आगरा सदर तहसील स्थित रजिस्ट्री दफ्तर से मुआयना के बहाने बैनामा का रिकॉर्ड गायब हो गया। निबंधन कर्मियों की सांठगांठ से गैंग के साथ मिलकर भूमाफिया ने साजिश रची। जांच के नाम पर अब लीपापोती हो रही है। पुलिस और प्रशासन की कार्य प्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
Trending Videos
बैनामों का मुआयना करने के लिए कातिब व अधिवक्ता रिकॉर्ड रूम में जाते हैं। मुआयना के लिए शुल्क जमा होता है। सवाल डालने के बाद सत्यापित प्रतिलिपि ले सकते हैं। इसी मुआयना की आड़ में गैंग ने रिकॉर्ड रूम में सेंध लगाई। जिसका बैनामा गायब हुआ। उसकी शिकायत पर खंड सीज हो गया, लेकिन, जांच के नाम पर अफसर लीपापोती में जुटे रहे। पिछले महीने कई दिनों तक रिकॉर्ड रूम पर ताला भी लटका रहा था।
इन गड़बड़ियों के कारण कोई भी बाबू या सब रजिस्ट्रार रिकॉर्ड रूम का चार्ज तक लेने को तैयार नहीं था। रिकॉर्ड रूम में बैनामा की जिल्द से जोंस मिल की जांच के दौरान पन्ने फाड़ने का मामला सामने आया था। तब भी इस मामले में एफआईआर कराने की बात कही गई थी। लेकिन, 4 साल बाद भी जोंस मिल प्रकरण में बैनामों का रिकॉर्ड गायब होने पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। जिसके बाद भूमाफिया के हौसले बढ़ गए।
ताजनगरी के भूखंड का बैनामा गायब
प्रबल प्रताप सिंह ने नवंबर 2024 में एडीएम वित्त को शिकायत दर्ज कराई। जिसमें कहा कि खंड संख्या 2323 वर्ष 1998 का ताजनगरी स्थित एक भूखंड का बैनामा रिकॉर्ड से गायब है। एडीएम के निर्देश पर एआईजी ने जांच कराई तो बैनामा की जगह एग्रीमेंट लगा मिला। जांच में रिकार्ड से छेड़छाड़ की पुष्टि की गई। इस मामले में ताजगंज में सक्रिय एक भूमाफिया गैंग और तहसील के कातिब की रिकॉर्डिंग भी सामने आई है।